छत्तीसगढ़ का अगला मुखिया कौन....?, रेस में रमन सिंह, अरुण साव, ओपी चौधरी, विष्णुदेव साय...
छत्तीसगढ़ में भाजपा की नई सरकार के मुखिया और उसके मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्रियों को लेकर जनता में उत्सुकता बढ़ गई है। इसके पहले सोमवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में जीते हुए सभी भाजपा विधायक एकजुट हुए। बता दें की आज शाम देश की राजधानी दल्ली में भाजपा के 4 राज्यों के प्रभारियों की बैठक होगी। इस बैठक में सीएम फेस को लेकर चर्चा की जाएगी। पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ये बैठक बुलाई है। वहीं, छत्तीसगढ़ विधायकों से मुलाकात कर प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मानसुख मांडविया और सह प्रभारी नितिन नबीन दिल्ली लौटे चुके हैं। वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी दिल्ली रवाना हो गए हैं। ऐसा माना जा रहा है, कि वे इश बैठक में शामिल हो सकते हैं। इस बीच अगले मुख्यमंत्री के तौर पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सीएम रमन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व आईएएस ओपी चौधरी के नाम की सर्वाधिक चर्चा हो रही है,लेकिन इस बात को ख़ारिज नहीं किया जा सकता है कि छत्तीसगढ़ में अगला मुख्यमंत्री आदिवासी भी हो सकता है। छत्तीसगढ़ में सिर्फ पांच साल सत्ता से दूर रहने के बाद बीजेपी ने धमाकेदार वापसी की है। सारे ओपनियन और एग्जिट पोल की हवा उड़ाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने राज्य विधानसभा चुनावों में पर्याप्त बहुमत पाया है। अब सवाल है कि बीजेपी इस बार किसे मुख्यमंत्री बनने का मौका देगी।छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा की भारी बहुमत से जीत के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी भी संशय की स्थिति बनी हुई है। इस दौड़ में पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह सब पर भारी नजर आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर केंद्रीय नेताओं द्वारा दिए गए बयानों पर गौर करें तो ओपी चौधरी को लेकर चर्चा तेज है। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बिलासपुर में कहा था कि इस बार गरीब मां का लाल मुख्यमंत्री बनेगा। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर ने मीडिया से चर्चा में कल्पनाओं से विपरीत एक नया चेहरा आने की बात कही थी। गृह मंत्री अमित शाह ने भी रायगढ़ की सभा में पूर्व आइएएस ओपी चौधरी को बड़ा आदमी बनाने की बात कही थी। छत्तीसगढ़ में सरकार के गठन के लिए रायपुर से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है। दिल्ली में आज भाजपा के शीर्ष नेताओं की बैठक होगी। बैठक में छत्तीसगढ़ के प्रभारी नेताओं से चर्चा के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे के चयन को लेकर पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
यूथ आइकान ओपी चौधरी रेस में आगे
चुनाव में यूथ आइकान रहे और ओबीसी के युवा व सशक्त चेहरे के रूप में ओपी चौधरी का नाम भी आगे रहा है। वे भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बताए जा रहे हैं। इनमें से किसी एक को उप मुख्यमंत्री भी बनाया जा सकता है। क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल ने बताया कि दो से तीन दिनों के भीतर विधायक दल का नेता चुन लिया जाएगा।
रमन सिंह को नजरअंदाज करना मुश्किल
अरुण साव के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को भी भाजपा को नजरअंदाज करना मुश्किल होगा, क्योंकि भाजपा ने रमन सरकार के 15 वर्ष के कार्यकाल के विकास कार्यों को ही इस चुनाव में भी अपना विकास रूपी मुद्दा बनाया था।
छत्तीसगढ़ में आदिवासी सीएम की मांग
छत्तीसगढ़ में आदिवासी चेहरे की भी मांग उठती रही है, ऐसे में सरगुजा संभाग से पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और महिला मुख्यमंत्री के रूप में बस्तर से भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी भी मुख्यमंत्री पद की प्रबल दावेदार हैं।
इनमें से हो सकते हैं नई सरकार के मंत्री
छत्तीसगढ़ में मंत्री के प्रबल दावेदारों में बृजमोहन अग्रवाल, रामविचार नेताम, अमर अग्रवाल, अजय चंद्राकर, केदार कश्यप, राजेश मूणत, विक्रम उसेंडी, भैयालाल राजवाड़े, पुन्नूलाल मोहिले, रेणुका सिंह, दयालदास बघेल, गोमती साय, विजय शर्मा शामिल है।