नक्सलियों के गढ़ में युवा दिखाएंगे जोश, सीएम ने बस्तर ओलिंपिक का किया शुभारंभ
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके बस्तर में खेल को बढ़ावा देते हुए प्रदेश सरकार के द्वारा बस्तर ओलंपिक 2025 का आयोजन आज से किया जा रहा है। खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा इसे बस्तर संभाग में आयोजित किया जा रहा है। जिसकी शुरूआत आज यानी 11 दिसंबर से हो गई है। आज जगदलपुर में इस बस्तर ओलंपिक का शुभारंभ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने किया है। इस कार्यक्रम में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री व उपमुख्यमंत्री अरुण साव, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा साथ ही मंत्री केदार कश्यप भी मौजूद रहे हैं। बतादें कि यह आयोजन बस्तर की समृद्ध संस्कृति, पारंपरिक खेलों तथा युवा प्रतिभाओं को राष्ट्रीय मंच प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। राज्य की सबसे महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में शुमार इस इवेंट से क्षेत्रीय खेल विकास को नई गति मिलेगी।
समापन में शामिल होंगे गृहमंत्री शाह
बस्तर संभागायुक्त डोमन सिंह के अनुसार साल 2024 में हुए बस्तर ओलंपिक में 1.65 लाख पंजीयन थे, जो इस बार दोगुने से भी अधिक बढ़कर 3 लाख 91 हजार पर पहुंच गए हैं। यही बस्तर की नई खेल चेतना का मजबूत संकेत है। इस वर्ष पूरा कार्यक्रम इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम, सिटी ग्राउंड, क्रीड़ा परिसर धरमपुरा और पंडरीपानी हॉकी मैदान पर होगा। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले प्रतिभागियों और आत्मसमर्पित कैडर्स को भी एक विशेष टीम के रूप में शामिल किया गया है, जो इस आयोजन को सामाजिक एकता की नई मिसाल बनाता है। वहीं बस्तर ओलंपिक के समापन समारोह में देश के गृहमंत्री अमित शाह सम्मलित होंगे। 13 दिसम्बर को समापन होगा।
कई तरह की होगी प्रतियोगिता
आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि, 'नुआ बाट' टीम में 761 खिलाड़ी शामिल हैं। नक्सली घटनाओं में दिव्यांग हो चुके खिलाड़ियों के लिए अलग से व्हीलचेयर रेस भी कराई जाएगी, जिससे खेल आयोजन केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना और पुनर्वास का आयाम भी बन रहा है। बस्तर ओलंपिक का समापन शनिवार को होगा, जिसमें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह विजेताओं को पुरस्कृत करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे, जबकि विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे।
खेल प्रतिभा को निखारने के लिए आयोजन
छत्तीसगढ़ के बस्तर में पिछले 04 दशकों से काबिज माओवादी समाप्ति के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 की तारीख तय की है. जिसका बड़ा असर बस्तर में देखने को भी मिल रहा है. कई माओवादी मारे गए, कई माओवादियों की गिरफ्तारी हुई और कई हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए. मुख्यधारा में शामिल हुए माओवादियों को सरकार स्किल डेवलपमेंट के साथ ही खेलों में भी आगे बढ़ा रही है. इसी के तहत बस्तर में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए साल 2024 में बस्तर ओलंपिक की शुरुआत की गई.
इस बार संभागीय स्तर के मुकाबले में 2800 खिलाड़ी हिस्सा लिए हैं. वहीं माओवादियों की टीम नुआ बाट में खिलाड़ियों की संख्या 761 हैं. साल 2024 में 1 लाख 65 हजार लोगों ने पंजीयन कराया था. वहीं इस साल 3 लाख 91 हजार लोगों ने पंजीयन कराया है. बस्तर ओलंपिक में 11 खेल शामिल हैं, जिसमें कबड्डी, फुटबॉल, एथलेटिक्स, तीरंदाजी, खोखो, बॉलीबाल, रस्साकस्सी, वेट लिफ्टिंग, बैडमिंटन, कराते और हॉकी है.
