छत्तीसगढ़ बोर्ड एग्जाम का पैटर्न बदला, अब बढ़ेंगे ऑब्जेक्टिव प्रश्न - CGKIRAN

छत्तीसगढ़ बोर्ड एग्जाम का पैटर्न बदला, अब बढ़ेंगे ऑब्जेक्टिव प्रश्न


 छत्तीसगढ़ माशिमं ने कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नपत्र स्वरूप में बड़ा बदलाव किया है।  छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल का कहना है कि यह संशोधन छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुरूप तैयार करने के उद्देश्य से किया गया है।नई संरचना में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या बढ़ाई गई है और पूरी परीक्षा प्रणाली को कॉम्पिटिटिव एग्जाम की तर्ज पर अधिक व्यावहारिक और विश्लेषणात्मक बनाया गया है. माशिमं की सचिव पुष्पा साहू ने नए पैटर्न और अंक वितरण की विस्तृत जानकारी साझा की है. नए प्रश्नपत्र पैटर्न का उद्देश्य छात्रों की विश्लेषण क्षमता, तर्कशक्ति और अवधारणात्मक समझ को मजबूत करना है, ताकि बोर्ड परीक्षा के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी उन्हें लाभ मिल सके।

कॉम्पिटिटिव पैटर्न पर किए गए बदलाव

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की सचिव पुष्पा साहू ने बताया कि इस बार प्रश्नपत्र को प्रतियोगी परीक्षाओं के स्तर पर तैयार किया गया है, ताकि विद्यार्थियों को भविष्य की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मजबूत आधार मिल सके. इसी उद्देश्य से बहुविकल्पीय (MCQ) प्रश्नों की संख्या बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया गया है. यह बदलाव छात्रों की तुरंत सोच, अवधारणा आधारित समझ और निर्णय क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा.

कैसा होगा प्रश्नपत्र का नया ढांचा ?

नए पैटर्न में प्रश्नपत्र को छह भागों में बांटा गया है, जिसमें ज्ञानात्मक प्रश्नों के लिए 20%, अवबोधात्मक के लिए 25%, अनुप्रयोगात्मक के लिए 25%, विश्लेषणात्मक के लिए 10%, मूल्यांकन संबंधी प्रश्नों के लिए 10% और रचनात्मक प्रश्नों के लिए 10% अंक तय किए गए हैं. इस पूरे पैटर्न का उद्देश्य छात्रों की व्यापक समझ, विश्लेषण क्षमता और लेखन कौशल को एक संतुलित तरीके से परखना है.

वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के बारे में जानिए

नई परीक्षा प्रणाली में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को विशेष महत्व दिया गया है. अब हर विषय के प्रश्नपत्र में 1-1 अंक के कुल 15 वस्तुनिष्ठ प्रश्न शामिल होंगे. इससे छात्रों को स्कोरिंग में मदद मिलेगी और उन्हें कॉम्पिटिटिव फॉर्मेट में अभ्यास करने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी परीक्षा रणनीति और मजबूत होगी.

लघु उत्तरीय प्रश्नों में नए प्रावधान

लघु उत्तरीय प्रश्नों के प्रारूप में भी बदलाव किए गए हैं. अब पहले सेक्शन में दो अंक के तीन प्रश्न रहेंगे, जो छात्रों की संक्षिप्त लेकिन सटीक अभिव्यक्ति क्षमता को परखेंगे. वहीं लघु उत्तरीय–2 सेक्शन में तीन प्रश्न कुल 18 अंकों के होंगे. इस हिस्से में छात्रों की विषयगत समझ और अवधारणाओं की गहराई से जांच की जाएगी.

20 अंकों का नया स्वरूप

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में इस बार चार सवाल शामिल होंगे और प्रत्येक सवाल पर पांच अंक निर्धारित किए गए हैं, यानी कुल 20 अंक का यह सेक्शन होगा. इन प्रश्नों के माध्यम से छात्रों की विस्तृत लेखन क्षमता, विश्लेषणात्मक सोच और विषय की गहरी समझ का मूल्यांकन किया जाएगा.

अति दीर्घ उत्तरीय प्रश्न में परिवर्तन

दीर्घ उत्तरीय–2 में दो प्रश्न शामिल रहेंगे, जिनमें प्रत्येक के 5-5 अंक होंगे, इस प्रकार कुल 10 अंकों का यह सेक्शन महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. इसके अलावा, अति दीर्घ उत्तरीय प्रश्न में एक प्रश्न 6 अंकों का होगा, जिसमें विद्यार्थियों को विस्तृत, तर्कपूर्ण और सटीक उत्तर देना होगा. यह हिस्सा छात्रों की विश्लेषण क्षमता और सृजनात्मक लेखन कौशल को परखने के लिए सबसे अहम माना जा रहा है.

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