छत्तीसगढ़
राजधानी दिल्ली में एआईसीसी की बैठक के बाद कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने पहली बार नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा है। पहली सूची में 39 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ के 6 सीटों पर नामों का ऐलान किया गया है। छत्तीसगढ़ की जांजगीर से डॉ. शिव कुमार, कोरबा से ज्योत्सना महंत, राजनांदगांव से भूपेश बघेल, दुर्ग से राजेंद्र साहू, रायपुर से विकास उपाध्याय और महासमुंद से ताम्रध्वज साहू का नाम शामिल है। छग में कांग्रेस ने पहली सूची में 11 में से 6 सीटों का टिकट फाइनल कर दिया है। राजनांदगांव लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। अब तक हुए 17 में से 10 बार कांग्रेस की जीत मिली है। भाजपा का छह बार कब्जा हुआ है, लेकिन बीते तीन चुनाव में वह लगातार जीत के साथ वह हैट्रिक मार चुकी है। ऐसे में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मैदान में उतारकर भाजपा के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। कांग्रेस ने अपने इसी खोए हुए गढ़ को वापस पाने बड़ा दांव खेला है। वर्तमान में लोकसभा क्षेत्र की आठ में से पांच विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में भाजपा को अपना विजय अभियान जारी रखने कड़ी मेहनत करनी होगी। हालांकि गत लोकसभा चुनाव (2019) में क्षेत्र की आठ में से सात सीट पर कांग्रेस के विधायक थे। तब कांग्रेस को लगभग 1.12 लाख मतों से हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस ने खोल दिए पत्ते, राजनांदगांव में बीजेपी को भूपेश बघेल देंगे कड़ी चुनौती
Saturday, March 9, 2024
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राजधानी दिल्ली में एआईसीसी की बैठक के बाद कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। कांग्रेस ने पहली बार नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा है। पहली सूची में 39 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है। जिसमें छत्तीसगढ़ के 6 सीटों पर नामों का ऐलान किया गया है। छत्तीसगढ़ की जांजगीर से डॉ. शिव कुमार, कोरबा से ज्योत्सना महंत, राजनांदगांव से भूपेश बघेल, दुर्ग से राजेंद्र साहू, रायपुर से विकास उपाध्याय और महासमुंद से ताम्रध्वज साहू का नाम शामिल है। छग में कांग्रेस ने पहली सूची में 11 में से 6 सीटों का टिकट फाइनल कर दिया है। राजनांदगांव लोकसभा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। अब तक हुए 17 में से 10 बार कांग्रेस की जीत मिली है। भाजपा का छह बार कब्जा हुआ है, लेकिन बीते तीन चुनाव में वह लगातार जीत के साथ वह हैट्रिक मार चुकी है। ऐसे में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मैदान में उतारकर भाजपा के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। कांग्रेस ने अपने इसी खोए हुए गढ़ को वापस पाने बड़ा दांव खेला है। वर्तमान में लोकसभा क्षेत्र की आठ में से पांच विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में भाजपा को अपना विजय अभियान जारी रखने कड़ी मेहनत करनी होगी। हालांकि गत लोकसभा चुनाव (2019) में क्षेत्र की आठ में से सात सीट पर कांग्रेस के विधायक थे। तब कांग्रेस को लगभग 1.12 लाख मतों से हार का सामना करना पड़ा था।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। राजनांदगांव सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उम्मीदवार होंगे। उनके नाम की चर्चा पखवाड़ेभर से चल रही थी। जैसे से घोषणा हुए, कार्यकर्ताओं में उत्साह छलक पड़ा। पूरे जिले में पटाखे चलाकर और मिठाई बांटकर खुशी मनाई गई। डोंगरगढ़, डोंगरगांव, मोहला, मानपुर और अंबागढ़ चौकी में भी कार्यकर्ताओं ने भूपेश की उम्मीदवारी का इसी तरह स्वागत किया। इसके अलावा खैरागढ़, छुईखदान व गंडई क्षेत्र में भी कार्यकर्ता पूर्व मुख्यमंत्री की उम्मीदवारी का स्वागत किया।
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