कांग्रेस हार की डर के कारण से विधायकों के काटे टिकट, नये चेहरों को दिया मौका - CGKIRAN

कांग्रेस हार की डर के कारण से विधायकों के काटे टिकट, नये चेहरों को दिया मौका


छत्तीसगढ़ में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होने हैं। 90 विधानसभा सीटों वाले प्रदेश में पहले चरण का मतदान 7 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा। नतीजे दिसंबर महीने की 3 तारीख को घोषित किए जाएंगे। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपनी दूसरी सूची में पार्टी ने 53 उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतारा है। जिसमे 17 नए चेहरे को मौका दिया है। वहीं 10 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। एक पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का टिकट काट दिया गया है। 53 सीटों में से 10  सीटों पर महिलाओं को मौका दिया गया है। इससे पहले कांग्रेस ने 15 अक्टूबर को पहली सूची जारी की थी, जिसमें 30 उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में उतारा था। पार्टी ने 7 विधानसभा क्षेत्रों में नए चेहरे उतारे हैं। 30 में से 4 सीटों पर महिलाओं को मौका दिया गया है। वहीं मौजूदा 8 विधायकों के टिकट काटे हैं। कांग्रेस की पहली और दूसरी सूची मिलाकर कुल 18 मौजूदा विधायकों के टिकट काटे गए हैं। छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से पार्टी ने अब तक 83 सीटों पर प्रत्याशियों को उतार चुकी है। वहीं बीजेपी भी 86 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।

कांग्रेस की दूसरी लिस्ट को देखकर स्पष्ट नजर आ रहा है कि इस सूची में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव की चली है। इसके बाद सीएम भूपेश बघेल की चली है। दोनों दिग्गज नेता अपनी टीम, अपने समर्थक विधायकों और करीबियों को फिर से टिकट दिलाने में सफल रहे हैं। प्रदेश की जिन 10 सीटों पर मौजूदा विधायकों का परफॉर्मेंस और विधायकों की स्थिति कमजोर देखकर उनकी जगह पर सीएम और डिप्टी सीएम ने पार्टी हाईकमान से नए चेहरों को मौका देने की गुजारिश की थी। सियासी गलियारे में इसी बात की चर्चा है कि पार्टी ने 10  विधायकों के टिकट काटकर नए प्रत्याशियों को चुनावी क्षेत्रों में उतारा है। इन नए चेहरों में अधिकांश डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और और सीएम भूपेश के समर्थक हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इन सीटों पर पार्टी को हार का डर साफतौर पर दिख रही थी। इसलिए 10 विधायकों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। हालांकि सीएम का अब भी यही कहना है कि जिन विधायकों का टिकट कटा है। उन्हें सरकार आने पर कहीं न कहीं जिम्मेदारी दी जाएगी। उनके अनुभवों का लाभ लिया जाएगा।  

सरगुजा संभाग पर नजर

प्रदेश की सरगुजा संभाग से देखें तो हाईप्रोफाइल सीट रामानुजगंज से वर्तमान कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह पर अंबिकापुर के महापौर अजय तिर्की को उतारा गया है। तिर्की प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के करीबी माने जाते हैं। बड़ी बात ये है कि 2013 और 2018 दो बार से लगातार  बृहस्पत सिंह विधायक रहे हैं। दूसरे नंबर पर प्रतापपुर से पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का भी टिकट काटकर राजकुमारी मरावी को टिकट दिया गया है। यहां भी बाबा की चली है। इसी तरह सामरी से चिंतामणि महाराज का टिकट काट कर विजय पैकरा को दिया गया है।  यहां भी बाबा की चली है, क्योंकि ये सीट भी बाबा के गृह जिले सरगुजा की है। 

रायपुर संभाग पर नजर

बात रायपुर संभाग की करें तो रायपुर जिले के धरसींवा से वर्तमान विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा का टिकट काट दिया गया है। कांग्रेस के सर्वे में उन्हें कमजोर बताया गया था। वहीं यहां से वर्मा वर्ग को लोगों का दबदबा होने से पूर्व सांसद छाया वर्मा को टिकट दिया गया है। वहीं रायपुर उत्तर में टिकट का पेंच फंसा हुआ है। यहां से वर्तमान में कुलदीप जुनेजा विधायक हैं। बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के बिलाईगढ़ से चंद्रदेव प्रसाद राय की जगह कविता प्राण लहारे को मौका दिया गया है।  रायपुर ग्रामीण सीट से विधायक सत्यनारायण शर्मा की जगह उनके बेटे पंकज शर्मा को प्रत्याशी घोषित किया गया है। हालांकि ये सीट उनके परिवार में ही गई है।  इसी तरह रायपुर जिले की हाई प्रोफाइल सीट रायपुर दक्षिण से पिछली बार चुनाव लड़े कन्हैया अग्रवाल का टिकट काटकर सीएम के करीबी महंत रामसुंदर दास को टिकट दिया गया है। ऐसे में यहां पर चुनावी लड़ाई काफी रोचक हो गई है क्योंकि बीजेपी प्रत्याशी और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल महंत को अपना गुरु मानते हैं। ऐसे में गुरु और शिष्य के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। इस तरह रायपुर संभाग में सीएम भूपेश की चली है। 

दुर्ग संभाग पर नजर

कांग्रेस ने इस लिस्ट में दुर्ग शहर से अपने कद्दावर दिवंगत नेता मोतीलाल वोरा के बेटे अरुण वोरा को लगातार दूसरी बार टिकट दिया है। मोतीलाल अविभाजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वैशाली नगर से मुकेश चंद्राकर, भिलाई नगर से देवेंद्र यादव, अहिवारा से निर्मल कोसरे को टिकट दिया गया है। वहीं बेमेतरा से आशीष छाबड़ा को टिकट दिया गया है। ये सभी नेता सीएम भूपेश के करीबी माने जाते हैं। वहीं भाजपा की तीसरी सूची में पंडरिया सीट से भावना बोहरा को टिकट दिया गया है। बोहरा पूर्व सीएम रमन सिंह की करीबी मानी जाती है। यानी उनके पसंद का ख्याल रखा गया है। 

दूसरी सूची में इन नए चेहरों को मिला मौका

मनेंद्रगढ़ से रमेश सिंह , प्रतापपुर से राजकुमारी मरावी ,  रामानुजगंज से अजय तिर्की ,  सामरी से विजय पैकरा, लैलूंगा से विद्यावति सिदार, पाली-तानाखार से दुलेश्वरी सिदार,  कोटा से अटल श्रीवास्तव, लोरमी से थानेश्वर साहू, मुंगेली से संजीत बनर्जी, बेलतरा से विजय केशरवानी , अकलतरा से राघवेंद्र सिंह , जैजैपुर से बालेश्वर साहू , बिलाईगढ़ से कविता प्राण लहरे, बलौदा बाजार से शैलेश नितिन त्रिवेदी, भाटापारा से इंद्र कुमार साव, धरसीवां से छाया वर्मा, रायपुर ग्रामीण से पंकज शर्मा,  कुरूद से तारिणी चंद्राकर, वैशाली नगर से मुकेश चंद्राकर, अहिवारा से निर्मल कोसरे , जगदलपुर से जतिन जायसवाल

इन सीटों पर फंसा पेंच-

 बीजेपी ने 4 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम घोषित नहीं किए हैं-  बेमेतरा, अंबिकापुर, बेलतरा, कसडोल सीटें शामिल हैं। 

कांग्रेस ने 7 सीटों पर प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं- रायपुर उत्तर, महासमुंद, सरायपाली, कसडोल, बैकुंठपुर , सिहावा और धमतरी सीट शामिल हैं।  

दुर्ग जिले के सीटों में बगावत- 

मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले में बगावत के स्वर सुनाई दे रहे है. कुछ बगावती कार्यकर्ताओ ने फॉर्म खरीद लिए है ऐसा पता चला है. छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के मतदान के लिए आज से नामांकन पत्र लेने और जमा करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पहले दिन दुर्ग जिले में 30 से अधिक प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र लिया. दुर्ग जिले के कई विधानसभा क्षेत्रों में राष्ट्रीय राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस से बगावती तेवर दिखाते हुए पार्टी के कई कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायकों ने नामांकन फार्म लिया है. दुर्ग जिले में आज 6 विधानसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों ने नामांकन फार्म लिया है. जिले के भिलाई नगर, दुर्ग शहर, दुर्ग ग्रामीण, अहिवारा, वैशाली नगर, और पाटन विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याशी एवं पार्टी से नाराज कार्यकर्ताओं ने नामांकन फॉर्म लेकर पार्टी द्वारा घोषित किए गए प्रत्याशियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वही दूसरी ओर अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में भी कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी चरोदा महापौर निर्मल कोसरे के विरोध में अनुसूचित जाति विभाग के महामंत्री राजन खुटेल एवं भारतीय जनता पार्टी के घोषित प्रत्याशी डोमन लाल कोरसेवाड़ा के विरोध में पूर्व विधायक सांवला राम डाहरे ने भी फॉर्म लेकर मैदान में उतरने का ऐलान कर दिया है.

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