चरोटा भाजी औषधीय गुणों से भरपूर - CGKIRAN

चरोटा भाजी औषधीय गुणों से भरपूर

 


भाजियों में बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं, जो लोगों में उनके रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती हैं। ये भाजियां गांवों में आसानी से उपलब्ध हैं और लोग स्वस्थ रहने के लिए नियमित रूप से इनका सेवन करते हैं। हर घर की बाड़ी में भाजी का फसल बोया जाता है, और कुछ भाजी तो ऐसे होते हैं, जो बरसात के छीटें पड़ते ही बाड़ी में खुद-ब-खुद जमीन से निकल आते हैं।  चरोटा भाजी एक अत्यंत ही प्रभावशाली औषिधीय पौधा है यह पौधा छत्तीसगढ़ बस्तर के घने जंगलो में अधिक मात्रा में पाया जाता है ग्रामीण अंचलों में चिरोटा की मुलायम पत्तियों का उपयोग भाजी के तौर पर किया जाता है। चरोटा, जो लगभग देश में सभी जगह उपलब्ध है, पर कम लोग ही चरोटा के गुणों के बारे में जानते हैं, शायद इसलिए खेत खलिहानों मैदानी भागों के अलावा सड़क के किनारे प्रचूरता से मिलने वाले चरोटा को लोग खरपतवार समझ कर ध्यान नहीं देते, पर बस्तर के आदिवासी समाज के लोगों को इसके औषधीय गुणों की जानकारी उनके पुरखों से मिली है। इनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले खास वेजिटेबल में एक है। चरोटा भाजी भारत के अधिकांश प्रदेशो मे पाया जाता है । इसके पौधे बरसाती मौषम मे जंगलो और खाली मैदानो मे उगते है । यह पौधा बिलकुल मैथी के पौधे के समान होता है । चरोटा के पौधे पर पीले रंग के फूल लगते है ‘इसकी लंबी फलियॉ होती है जिनमे मैथी जैसे बीज निकलते है । इस भाजी को  कम मात्रा में ही खाना चाहिए। चरोटा की पत्तियों और बीजों का उपयोग अनेक रोगों जैसे दाद-खाज, खुजली, कोढ, पेट में मरोड़ और दर्द आदि के निवारण के लिये किया जाता है।  चरोटा के  पत्ती में औषधि गुण तो होता ही है और इसके बीजों में भी औषधि गुण पाया जाता है इसका जो फायदे हैं चरोटा की पहचान इन कलियो में से भूरे रंग के 2 छोटे मेथी के सामान दाने निकलते हैं | गुण, दोष और प्रभाव आयुर्वेदिक मत के अनुसार पँवार हल्का, स्वादिष्ट और वात व कफनाशक भी है |  चरोटा भाजी गर्म प्रकृति की होती है।

अलग-अलग नामों वाला चरोटा

चरोटा को अलग अलग नामों से जाना जाता है। चकोड़ा, फहांडिया, पवांड, पनवड़ ले चरोटा के प्रचलित नाम है। आज चरोटा अपने औषधीय गुणों की वजह से चर्चा में है जिसका सारा श्रेय आदिवासी समाज को जाता है। बारिश के दिनों में उगने वाले चरोटा के हरे पत्तों की सब्जी बनाई जाती है, जिससे अनेक बीमारियों से सुरक्षा मिलती है खांसी, एक्जीमा, सोरायसिप व आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए रामबाण औषधि माना गया है। आज चरोटा के बीज को सुखा कर बेचा जाने लगा है जो ग्रामीण इलाकों में आय का एक जरिया भी है। चरोटा के बीजों को काफी बनाने सहित सौंदर्य प्रसाधनों में बनने वाले क्रीमों में कंपनियों द्वारा उपयोग किया जाने लगा है।

दूर होती है खून की कमी

बारिश में आसानी से उपलब्ध चरोटा के कोमल पत्तों से बनी सब्जी आज ग्रामीण क्षेत्रों से निकल कर शहरी इलाकों में लोगों की रसोइयों तक पहुंच गई है, जो लोगों के सेहत के साथ स्वाद का भी ख्याल रख रहा है। अंतागढ़ नगर पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष और पार्षद घनश्याम यादव ने बताया कि उन्हें चरोटा की भाजी बहुत पसंद है, सीजन में चरोटा भाजी खाते ही है। उन्होंने बताया कि गांव में उन्होंने सुना था कि चरोटा भाजी से खून की कमी दूर होती है और डायबिटीज में भी लाभदायक है। तब से वह हर साल बारिश में इसका सेवन करते है, जो स्वादिष्ट तो है ही पौष्टिक भी है। कुछ महिलाएं ग्राम बिनापाल में सड़क के किनारे चरोटा के हरे पत्ते तोड़ती दिखाई दी। उनमें से सुमित्रा बाई ने बताया कि बारिश में हम लगभग हर दूसरे दिन चरोटा की भाजी बनाते हैं जो स्वादिष्ट तो है। साथ ही बहुत सी बीमारी से भी बचाती है।

खुजली होती है दूर 

खुजली होने पर भी चरोटा के बीज का प्रयोग करने से काफी ज्यादा लाभ प्राप्त होता है जिन बच्चों को कृमि की शिकायत रहती है उनके लिए 10 ग्राम चिरोटा के बीजों को एक कप पानी में मिलाकर उबालें इस कार्य को बच्चे को पिलाने से पेट के कृमि शोध के जरिए बाहर निकल जाते हैं पीलिया रोग हो जाने पर चिरोटा की 50 ग्राम पत्तियों को दो कप पानी में तब तक उबालें जब तक वह एक कप ना रह जाए इस कार्य को पीने से निश्चित ही आपको लाभ प्राप्त होगा।

नहीं होती सर्दी-खांसी जैसी संक्रमित बीमारी

चरोटा के पत्ते तोड़ रही रामबाई ने बताया कि ये इसकी भाजी हम सालो से खाते आ रहे हैं। इससे सर्दी खांसी जैसे संक्रमित रोग नहीं होते। लोगों की बीमारियों का उपचार देसी दवा से करने वाले ग्राम बिनापाल निवासी वैध रविशंकर समरथ ने बताया कि जंगल में इंसानों सहित जानवरों को होने वाली लगभग सभी बीमारियों की दवा मौजूद है। बस उन्हें पहचानने की जरूरत है। रविशंकर ने बताया कि चरोटा का पूरा पौधा ही औषधीय गुणों से भरा हुआ है, बीज, तना व उसकी पत्तियों का उपयोग औषधि बनाने में उपयोग होता है। साथ ही चरोटा की पत्तियों की सब्जी भी बहुत पौष्टिक होती है।


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