युवा वोटर्स करेंगे प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला
चुनाव आयोग के आंकड़ों पर नज़र डाले तो इन चुनावों में सबसे अहम भूमिका युवा मतदाताओं की होने जा रही है। माना जा रहा है कि जिन्होंने युवाओं को साध लिया, जीत उसके हाथ लगने की संभावना ज्यादा है। इसकी वजह है, इन राज्यों में नए वोटर बने कुल मतदाताओं की संख्या। पांचों राज्यों में करीब साठ लाख वोटर पहली बार मतदान करने वाले हैं। जाहिर है कि उनमें पहली बार वोट डालने का उत्साह है और वे अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग भी पूरे उत्साह से करेंगे। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के पहले चरण की जिन 20 सीटों पर चुनाव होने हैं, वहां युवा प्रत्याशी बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं। इन सीटों पर 46 प्रतिशत युवा मतदाता हैं और युवा प्रत्याशियों का प्रतिशत भी 60 फीसदी है। बस्तर व दुर्ग संभाग में होने वाले इस चुनाव में कांग्रेस,भाजपा व अन्य पार्टियों ने भी युवा और नए चेहरे वाले प्रत्याशियों पर ज्यादा भरोसा जताया है। बस्तर व दुर्ग संभाग में होने वाले इस चुनाव में कांग्रेस,भाजपा व अन्य पार्टियों ने भी युवा और नए चेहरे वाले प्रत्याशियों पर ज्यादा भरोसा जताया है। इनमें कांग्रेस के दीपक बैज, छविंद्र कर्मा, रूपसिंह पोटाई युवा बड़े चेहरे हैं वहीं भाजपा के विनायक गोयल, भावना बोहरा, गीता साहू सहित तीसरे मोर्चे के कई ऐसे प्रत्याशी हैं, जिनकी आयु 30 से लेकर 45 वर्ष के बीच है।
पोटाई के सामने विक्रम उसेंडी
37 वर्षीय रूपसिंह पोटाई को अंतागढ़ सीट से कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है। युवा रूपसिंह का कोई राजनीतिक बैक ग्राउंड नहीं था। वह कांग्रेस के सामान्य कार्यकर्ता हैं। ग्राम पंचायत बारदा विकासखंड कोयलीबेड़ा के दो बार के सरपंच पोटाई, सरपंच संघ जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा के अध्यक्ष हैं। वे पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं। उनका यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री एवं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे विक्रम उसेंडी से मुकाबला है।
चित्रकोट में बैज के सामने गोयल
लोकसभा सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष 42 वर्षीय दीपक बैज छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं। बैज ने जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़कर पंचायत की राजनीति में कदम रखा था। 2013 व 2018 में दो बार विधायक चुने गए थे।इधर 46 वर्षीय विनायक गोयल चित्रकोट सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। विनायक गोयल एक बार जिला पंचायत सदस्य रह चुकेे हैं। गोयल पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
दंतेवाड़ा में छविन्द्र के सामने चैतराम
स्वर्गीय महेंद्र कर्मा के पुत्र छविन्द्र कर्मा को राजनीति विरासत में मिली हैं। 42 वर्षीय छविन्द्र को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है। वे पहली बार विधायक का चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इधर 47 वर्षीय चैतराम अटामी को भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वह दंतेवाड़ा जिला भाजपा के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कभी पंचायत चुनाव भी नहीं लड़ा। यहां अटामी पहली बार विधायक का चुनाव लड़ रहे हैं।