छत्तीसगढ़ में SIR: मतदाता सूची पुनरीक्षण में 99.50 प्रतिशत डिजिटाइजेशन पूरा
छत्तीसगढ़ में अब तक लगभग 02 करोड़ 11 लाख से अधिक प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन हो चुका है, जो कुलपंजीकृत मतदाताओं का करीब 99.50 प्रतिशत है. बता दें कि राज्य में कुल 2 करोड़ 12 लाख 30 हजार 737 पंजीकृत मतदाता हैं. छत्तीसगढ़ में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान तेजी से चल रहा है. इस प्रक्रिया के तहत 5 दिसंबर तक लगभग 99.50 प्रतिशत गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है. यानी प्रदेश में लगभग 02 करोड़ 11 लाख से अधिक गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन कार्य पूर्ण किया जा चुका है. राज्यभर में बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) की टीम लगातार घर-घर जाकर फॉर्म वितरित कर रही है और संकलन का कार्य भी तेज गति से जारी है।
निर्वाचन आयोग ने इस बार मतदाताओं की सुविधा बढ़ाने के लिए कई नई सुविधाएँ जोड़ी हैं। मतदाता अब voters.eci.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। किसी भी जानकारी या सहायता के लिए 1950 हेल्पलाइन पर कॉल किया जा सकता है। जिला और तहसील स्तर पर हेल्प डेस्क भी बनाए गए हैं, जहां लोग फॉर्म भरने में सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही सभी जिलों में स्वयंसेवकों की तैनाती की गई है और राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट (BLA) भी अभियान में सहयोग दे रहे हैं। SIR अभियान से जुड़ी सभी अपडेट, वीडियो और मार्गदर्शन सामग्री मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, छत्तीसगढ़ के फेसबुक, एक्स और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नियमित रूप से साझा की जा रही है। इन माध्यमों पर 2003 की मतदाता सूची में नाम खोजने और फॉर्म भरने की प्रक्रिया को लेकर भी उपयोगी जानकारी दी जा रही है।
छत्तीसगढ़ में मतदाता सूची पुनरीक्षण में 99.50% डिजिटाइजेशन पूरा
छत्तीसगढ़ में 1 जनवरी 2026 की अर्हता तिथि के लिए मतदाता सूचियों के SIR अभियान को गति मिल रही है. चुनाव आयोग के निर्देश पर 4 नवंबर से चल रहे इस कार्य में बीएलओ द्वारा घर-घर पहुंचकर मतदाताओं के गणना प्रपत्र एकत्र किए जा रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में लगभग 02 करोड़ 11 लाख से अधिक गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन कार्य पूर्ण किया जा चुका है. बता दें कि प्रदेश में कुल 02 करोड़ 12 लाख 30 हजार 737 पंजीकृत मतदाता हैं.
डोर-टू-डोर सर्वे की प्रक्रिया
दरअसल, 4 नवंबर से एसआईआर की शुरूआत के बाद से बीएलओ डोर-टू-डोर पहुंचकर मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित कर रहे हैं. इन पत्रों में वर्तमान मतदाता सूची की जानकारी पहले से दर्ज होती है, जिसमें मतदाता का नाम, पता, उम्र, फोटो और अन्य विवरण शामिल किया जा रहा है. इसके अलावा नए नाम जोड़े जा रहे हैं. वहीं त्रुटियों में सुधार की जा रही है, ताकि वोटर लिस्ट पूरी तरह सटीक और पारदर्शी बन सके.
