धान की कटाई के साथ-साथ उसका बंडल भी तैयार किसानों का काम हुआ आसान - CGKIRAN

धान की कटाई के साथ-साथ उसका बंडल भी तैयार किसानों का काम हुआ आसान


पहले जब हाथ से हसिए की मदद से कटाई की जाती थी, तब एक एकड़ खेत में काम पूरा करने के लिए कई मजदूरों की जरूरत पड़ती थी.  इससे न केवल समय अधिक लगता था, बल्कि लागत भी बढ़ जाती थी. वहीं, रीपर बाइंडर मशीन से अब कटाई और बंडल बनाने का काम एक साथ हो जाने से मजदूरों की जरूरत काफी कम हो गई है. किसान खुद दो लोगों की मदद से यह मशीन आसानी से चला सकते हैं.खेती-किसानी के क्षेत्र में लगातार हो रहे तकनीकी नवाचारों ने किसानों के लिए काम को काफी आसान बना दिया है. वहीं अब मशीनों की मदद से यह कार्य कम समय और कम लागत में पूरा हो रहा है. इसी कड़ी में रीपर बाइंडर मशीन किसानों के लिए एक नई तकनीकी सौगात बनकर उभरी है, जो न केवल धान की कटाई करती है बल्कि उसी समय बंडल यानी गठ्ठा भी तैयार कर देती है.  यह मशीन पेट्रोल से संचालित होती है और इसकी कार्यक्षमता खेत की स्थिति और फसल के प्रकार पर निर्भर करती है. सामान्य परिस्थितियों में यह मशीन एक घंटे में लगभग एक एकड़ तक धान की कटाई और बंडल तैयार कर सकती है. खेत में फसल की घनत्व, नमी और भूमि की समतलता के आधार पर उत्पादन क्षमता में थोड़ी बहुत भिन्नता आ सकती है. 

बेहतर हैं मशीन की तकनीकी विशेषताएं

रीपर बाइंडर मशीन की तकनीकी विशेषताएं इसे और भी प्रभावशाली बनाती हैं। यह 10.5 एचपी डीजल इंजन से संचालित होती है और इसमें 4 फॉरवर्ड और 1 रिवर्स गियर दिया गया है, जिससे इसे चलाना बेहद आसान हो जाता है। मशीन फसल को लगभग 5 से 7 सेंटीमीटर ऊपर से काटती है और झट से मजबूत बंडल तैयार कर देती है। इसके अलावा, यह मशीन खेत में साफ-सुथरी और सटीक कॉर्न स्ट्रिप छोड़ने की क्षमता रखती है, जो फसल के बचाव और उत्पादन की गुणवत्ता दोनों के लिए महत्वपूर्ण है।

रीपर बाइंडर मशीन के उपयोग से किसानों को जहां श्रम की कमी का समाधान मिला है, वहीं समय की भी बचत हो रही है. इससे फसल को जल्दी कटाई कर खेत को अगले मौसम की बुवाई के लिए तैयार किया जा सकता है. कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस मशीन के उपयोग से उत्पादन लागत में 25 से 30 प्रतिशत तक की कमी आती है, जिससे किसानों की आमदनी में सीधा लाभ होता है.सरकार द्वारा भी कृषि यंत्रीकरण योजना के तहत किसानों को ऐसी उन्नत मशीनें सब्सिडी दरों पर उपलब्ध कराई जा रही हैं. ऐसे में रीपर बाइंडर मशीन आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के खेतों में एक आम दृश्य बन सकती है, जो न केवल मेहनत को कम करेगी बल्कि किसानों को आधुनिक खेती की दिशा में अग्रसर भी करेगी 


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