गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों से की अपील, बोले- मुख्यधारा में शामिल हो जाइए
चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी की पूजा-अर्चना कर देश और प्रदेश वासियों की सुख समृद्धि की कामना की। मां का आशीर्वाद लेने के बाद अमित शाह बस्तर पंडुम के समापन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पहुंच गए । यहां उन्हें माला और गौर मुकुट पहनाकर उनका स्वागत किया गया।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंच से नक्सलियों से अपील है कि वो सरेंडर करें. नक्सलियों को सरेंडर कराकर गांवों को नक्सल मुक्त बनाइए. हर गांव को एक करोड़ मिलेगा. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम विष्णुदेव साय ने कहा, 'हमारे सुरक्षाबल के जवान बहुत ही मजबूती के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं। नक्सल मोर्चे पर लगातार सफलता मिल रही है। हमें पूरा भरोसा है की मां दंतेश्वरी की कृपा से केंद्रीय गृहमंत्री का मार्च 2026 से पहले छत्तीसगढ़ सहित देश को नक्सलमुक्त करने का संकल्प पूरा होगा। छत्तीसगढ़ का बस्तर इलाका यहां का पर्यटन स्थल है, जो स्वर्ग जैसा है यहां पर फिर पुराना समय आएगा और देश-दुनिया के लोग आएंगे।
अमित शाह ने दंतेवाड़ा में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद मैं लेकर मंच में आया हूं. अगली चैत्र नवरात्रि तक बस्तर से लाल आतंक खत्म हो जाएगी. मैं रामलला के ननिहाल में आया हूं. पूरा बस्तर लाल आतंक से मुक्त होने के कगार पर है, और विकास के रास्ते पर बस्तर चल पड़ा है. बस्तर पंडुम अगले साल देशभर के हर आदिवासी कलाकारों को हम दंतेवाड़ा में लायेंगे. विभिन्न देशों के राजदूतों को लायेंगे. बस्तर पंडुम इस बार 7 श्रेणियों में मनाया गया अगली बार इसे 12 श्रेणियों में मनायेंगे और देशभर के आदिवासी बाहुल्य के कलाकारों को बुलायेंगे. तेंदूपत्ता 5500 सौ रुपये खरीदी करेगी सरकार, और संग्राहको के खाते में सीधे पैसा डालेंगे.
अमित शाह ने कहा कि "इस साल बस्तर पंडुम हमारे छत्तीसगढ़ में एक उत्सव के रूप में मनाया गया है. मैं मोदी जी का संदेश लेकर आया हूं कि अगले साल बस्तर पंडुम में देश के हर आदिवासी जिले के कलाकारों को लाएंगे और अंतरराष्ट्रीय दर्जा देने के लिए दुनिया भर के राजदूतों को बस्तर के हर जिले में ले जा कर हमारी परम्पराओं को पूरे विश्व तक पहुंचाने का काम करेंगे. हमारे आदिवासी जननायकों को सम्मान देने का काम हमारे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किया है."
अमित शाह ने दावा किया कि बस्तर में नक्सलवाद खत्म होने की कगार पर है. भाजपा सरकार मार्च 2026 तक भारत को लाल आतंक की गिरफ्त से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है. पिछले तीन महीनों में 521 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. 2024 में कुल 881 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि जो आत्मसमर्पण करेंगे उन्हें मुख्यधारा में शामिल किया जाएगा, लेकिन जो हथियार रखना जारी रखेंगे, उनसे सुरक्षा बल निपटेंगे. बस्तर अब डर का नहीं बल्कि भविष्य का प्रतीक है. बस्तर के अधिकांश क्षेत्र लाल आंतक से मुक्त हो गए है इसमें जवानों की मुख्य भूमिका है. ये कहना है केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का. उन्होंने बस्तर में नक्सल मोर्चे पर दिन रात माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाने वाले जवानों और अधिकारियों से मुलाकात की.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता की जय से करते हुए कहा, 'आज चैत्र नवरात्रि की अष्टमी है। मैं अभी-अभी मैं मां दंतेश्वरी का आशीर्वाद लेकर यहां आया हूं कि अगली चैत्र नवरात्रि में यहां से लाल आतंक खत्म हो जाए और हमारा बस्तर फिर से खुशहाल हो।' दंतेश्वरी माई की जय और छत्तीसगढ़ महतारी के जयकारे लगाते हुए केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, 'आज अष्टमी और रामनवमी दोनों है। आज रामलाल का बर्थडे है और मैं रामलाल के ननिहाल यानी छत्तीसगढ़ में आया हुआ हूं। बहुत-बहुत शुभकामनाएं पूरे देश को रामनवमी की बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।'
मुख्यधारा में शामिल हो जाएं नक्सली
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलियों से एक बार फिर अपील करते हुए कहा, 'अब वो जमाना चला गया, जब यहां पर गोलियां चलती थीं, बम धमाके होते थे, जिनके हाथों में हथियार हैं और जिनके हाथों में हथियार नहीं हैं, उन सभी नक्सलियों से आह्वान करता हूं कि आप हथियार डाल दीजिए और मुख्यधारा में शामिल हो जाइए। आप हमारे अपने हैं। कोई भी नक्सली मारा जाता है तो किसी को खुशी नहीं मिलती है, लेकिन इस क्षेत्र को विकास चाहिए। जो 50 साल में विकास नहीं हुआ वो हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच साल में करके दिखाना चाहते हैं, लेकिन यह तभी होगा जब बस्तर के अंदर शांति होगी। बच्चे स्कूल जाएंगे। यहां के लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।