मार्च 2026 की डेडलाइन... 30 नक्सली ढेर, नक्सल मुक्त भारत अभियान में बड़ी सफलता : शाह
छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। नक्सल मुक्त भारत अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई, जिसमें भारी संख्या में ऑटोमेटिक हथियार बरामद किए गए। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को इस साल गुरुवार को दूसरी बड़ी कामयाबी हाथ लगी। राज्य के बीजापुर और कांकेर जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए 'नक्सल मुक्त भारत' ऑपरेशन में 30 नक्सली ढेर हो गए। घटना में बीजापुर जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) के एक जवान की भी मौत हो गई। अभियान के दौरान गुरुवार सुबह सात बजे सुरक्षाबलों का आमना-सामना नक्सलियों से हो गया। जिसमें सुरक्षाबलों को देखते ही नक्सलियों ने उनके उपर ताबड़तोड़ फायरिंग करना शुरू कर दिया। जवाबी फायरिंग में 30 नक्सली ढेर हो गए।
इस साल 9 फरवरी को छत्तीसगढ़ के इंद्रावती नेशनल पार्क के जंगलों में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ हुई थी, उसमें 31 नक्सली मारे गए थे। उसके बाद नक्सलियों के खिलाफ यह दूसरा बड़ा ऑपरेशन था। जिसमें 500 से अधिक जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और अन्य पैरा मिलिट्री फोर्स के जवानों के साथ 20 मार्च की सुबह करीब 7 बजे से दोपहर करीब दो बजे सात घंटे तक नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। इलाके की सर्च ऑपरेशन के साथ मारे गए नक्सलियों की पहचान का काम जारी है। मौके से भारी संख्या में ऑटोमेटिक हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया है।
छत्तीसगढ़ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह दो अलग-अलग मुठभेड़ बीजापुर जिले के गंगालूर थाना इलाके के बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती इलाको में हुई। जबकि दूसरी कांकेर में हुई। जहां सुरक्षाबलों के साथ हुए एनकाउंटर में 30 नक्सली ढेर हो गए। इसमें बीजापुर जिले में 26 नक्सली मारे गए और एक जवान की भी मौत हो गई। जबकि कांकेर जिले में चार नक्सली मारे गए। मुठभेड़ की शुरुआत उस वक्त हुई जब बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में गंगालूर थाने से नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत सुरक्षाबलों को रवाना किया गया था।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच गुरुवार सुबह हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 18 नक्सलियों को और कांकेर जिले में चार नक्सलियों को मार गिराया. इन घटनाओं में एक जवान की जान भी चली गई. शाह ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘नक्सलमुक्त भारत अभियान' की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 30 नक्सली मारे गए.'' मोदी सरकार नक्सलियों के खिलाफ रूथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सल मुक्त होने वाला है।
नक्सलवाद के खात्मे के संकल्प को मजबूती : CM साय
सीएम साय ने कहा कि क्रूर, निरंकुश नक्सलवाद का अंत उचित है, भयमुक्त होगा बस्तर 2026 तक, यह सुनिश्चित है. प्रदेश में नक्सलवाद के विरुद्ध हमारी लड़ाई मजबूती से जारी है. आज सुरक्षाबल के जवानों की नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में बीजापुर-गंगालूर में 26 और कांकेर-नारायणपुर में 4 नक्सलियों के मारे जाने की खबर है. मुठभेड़ में डीआरजी के जवान के शहीद होने की भी दुःखद खबर है. उनकी यह शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह के, मार्च 2026 तक देश-प्रदेश में नक्सलवाद के खात्मे के संकल्प को मजबूती प्रदान करते हुए, सुरक्षाबल के जवान निरंतर सफलता हासिल कर लक्ष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. जवानों को मिली यह सफलता सराहनीय है. उनके हौसले और अदम्य साहस को नमन करता हूं.