बिलासपुर में महिला पार्षद बन सकती हैं सभापति
बिलासपुर शहर सरकार के गठन में देरी होती दिख रही है। चुनाव परिणाम घोषित हुए 9 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब तक न तो महापौर और पार्षदों के शपथ ग्रहण की तारीख तय हो पाई है और न ही स्थान का चयन किया गया है। बिलासपुर नगर निगम के 70 में से 49 सीटें बीजेपी, 18 सीटें कांग्रेस और 3 सीटें निर्दलीय के खाते में गई हैं। इस बार महापौर सहित 29 सीटों पर महिला पार्षद चुनकर आई हैं। इनमें बीजेपी की 20 महिला पार्षद हैं।
नगर निगम बिलासपुर में 70 में से 49 वार्डों में बीजेपी ने जीत दर्ज की है। विधायक अमर अग्रवाल ने इस चुनाव का नेतृत्व किया था। ऐसे में महापौर सहित 49 पार्षदों की बड़ी जीत के बाद यह चर्चा तेज हो गई है कि सभापति कौन बनेगा और कौन-कौन पार्षद एमआईसी में शामिल रहेंगे। लेकिन इस चर्चा से ज्यादा यह सवाल उठ रहा है कि क्या विधायक अमर अग्रवाल मंत्री मंडल में जगह बना पाएंगे या नहीं। इधर, विधानसभा सत्र में शामिल होने के लिए विधायक अमर अग्रवाल रायपुर चले गए हैं, जिसके चलते शपथ ग्रहण की तारीख का ऐलान भी अटक गया है।
24 साल बाद महिला पार्षद बन सकती हैं सभापति
इस बार महापौर सहित 29 सीटों पर महिला पार्षद चुनकर आई हैं। इनमें बीजेपी की 20 महिला पार्षद हैं। इसी कारण महिला सभापति बनाए जाने की चर्चा भी जोरों पर है। इससे पहले उमाशंकर जायसवाल के कार्यकाल में, वर्ष 2000 में, महिला पार्षद आर. विभा राव ने सभापति की जिम्मेदारी संभाली थी। उन्होंने अपने कार्यकाल में निगम का सदन बेहतरीन तरीके से चलाया था। अब 24 साल बाद एक बार फिर निगम में सभापति की बागडोर किसी महिला के हाथों में आने की चर्चा तेज हो गई है।