पूर्व मेयर के विकास कार्यों को जनता ने नाकारा, हार गए पार्षद का चुनाव
छत्तीसगढ़ में शनिवार के दिन निकाय चुनाव के परिणाम सामने आए हैं। इस चुनाव परिणाम में कई चौंकाने वाले उलटफेर देखने को मिले हैं। इसमें सबसे बड़ा हैरान करने वाला परिणाम पूर्व मेयर एजाज ढेबर का रहा . 15 फरवरी के दिन नगरीय निकाय के चुनाव के परिणाम घोषित किए गए। इसमें राजधानी रायपुर में बीजेपी को सबसे बड़ी जीत मिली है। यहीं पर कांग्रेस पार्टी जिस पूर्व मेयर एजाज ढेबर के कामों को गिना रहे थी। उनको जनता ने नकार दिया। पूर्व महापौर एजाज ढेबर भगवती चरण शुक्ल वार्ड 57 से चुनाव लड़ रहे थे। वहां से हार का मुंह देखना पड़ा। हालांकि जिस समय से वोटों की गिनती शुरू हुई वह बढ़त बनाए हुए थे। लेकिन जैसे-जैसे अंतिम राउंड की और काउंटिंग बढ़ी वह तेजी से पिछड़ते चले गए। बाद में 1529 वोटों से प्रत्याशी से हार गए।
कभी थे महापौर आज पार्षद भी नहीं
रायपुर के मौलाना अब्दुल राउफ वार्ड से लगातार दो बार पार्षद रहते हुए एजाज ढेबर 5 साल पहले महापौर का चुनाव जीता था। तब के समय उनका काम ऐसा था कि वह पूर्ववर्ती बीजेपी सरकार के दौरान भी अपने वार्ड में बेहतरीन कार्य करने के लिए इस वार्ड को स्वच्छ और आधुनिक वार्ड का अवार्ड भी मिला था। लेकिन इन 5 सालों में स्थिति ऐसी बदली की कभी महापौर रहे प्रत्याशी को जनता ने पार्षद बनने का भी मौका नहीं दिया।
पत्नी ने जीत रखी बरकरार
हालांकि एजाज ढेबर को भले ही हार का सामना करना पड़ा हो लेकिन उनकी पत्नी अर्जुमन ढेबर ने बैजनाथपारा वार्ड से जीत मिली है। उन्होंने शुरूआती परिणाम में जो बढ़त बनाई थी, उसे बरकरार रखा। इसके चलते कांग्रेस प्रत्याशी अर्जुमन ढेबर 2562 वोटों से चुनाव जीत गई हैं।
सीएम साय ने जीते प्रत्याशियों को दी बधाई
छत्तीसगढ़ के मुखिया विष्णुदेव साय ने प्रदेश के नगरीय चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत पर खुशी जताई है। इसके साथ ही उन्होंने इस अभूतपूर्व जनादेश के लिए प्रदेश के मतदाताओं का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी के कर्मठ कार्यकर्ताओं ने जिस तरह डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाया। संगठन ने जिस तरह इस चुनाव में कुशल रणनीति के तहत भागीदारी की यह निर्णायक बढ़त उसी की है। हम और अधिक उत्साह के साथ जनता की आंकाक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे।