छत्तीसगढ़ में धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ, पहले दिन 55 हजार मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी
छत्तीसगढ़ में आज खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरूआत हो गई है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बालोद जिले के भांठागांव (बी) धान खरीदी केन्द्र से प्रदेशव्यापी धान खरीदी महापर्व का शुभारंभ किया. धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक चलेगी. प्रदेश में धान खरीदी के पहले दिन 14562 किसानों ने लगभग 55 हजार टन धान का विक्रय किया है. धान खरीदी की शुरुआत करने के साथ सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है. अब धान खरीदी केंद्रों में तत्काल 10 हजार रुपए मिलेगा. किसानों की तत्कालीन अव्याश्यकताओं को देखते हुए साय सरकार ने अहम फैसला लिया है. आज धान खरीदी के लिए कुल 24 हजार 748 टोकन जारी किए गए थे. खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है. इसमें 1.42 लाख नए किसान शामिल हैं.
धान खरीदी को लेकर सीएम ने कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं. सीएम ने कहा कि जिन किसानों से धान खरीदा जा रहा है उनका पूरा ख्याल रखने की जिम्मेदारी अफसरों को सौंपी गई है. किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी. सीएम ने कहा कि छोटे किसानों को अगर पैसे की जरुरत होगी तो उसे 10 हजार नकद देने की भी व्यवस्था सरकार की ओर से की गई है. सीएम ने कहा कि किसान को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए.
देश में सबसे ज्यादा धान की कीमत छ्त्तीसगढ़ में- खास बात ये है कि छ्त्तीसगढ़ सरकार देश में सबसे ज्यादा धान की कीमत दे रही है. छ्त्तीसगढ़ में सरकार 3100 रुपये प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य दे रही है और किसान से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान लिया जा रहा है.
कवर्धा में किसानों का फूल मालाओं से स्वागत- पूरे छत्तीसगढ़ में आज से धान खरीदी शुरु हो चुकी है. धान बेचने आए किसानों का सोसायटी में शानदार स्वागत किया जा रहा है.कबीरधाम जिले में 90 समितियों के 108 सोसायटियों में धान खरीदी चल रही है. धान खरीदी के पहले दिन सोसायटी में आए किसानों का फूल मालाओं से स्वागत किया गया. स्वागत सत्कार के बाद धान खरीदी का आगाज हुआ. जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में बायोमिट्रिक डिवाइस के जरिये धान की की खरीदी की जा रही है. किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जा रही है.
रायपुर जिले में 6513 टन से अधिक धान की खरीदी- इस वर्ष रायपुर जिले में कुल पंजीकृत किसानों की संख्या 139275 है. कुल पंजीकृत रकबा 142043.88 (रकबा हेक्टेयर में) किया गया है. इनमें धान बेचने वाले किसानों की संख्या 1975 है. बेचे गए धान का रकबा 1255.31 है और धान बेचने वाले किसानों का प्रतिशत 1.42 एवं पंजीकृत रकबे के विरुद्ध खरीदी किये गए रकबे का प्रतिशत 0.88 कुल धान खरीदी की मात्रा – 6513.80 (मात्रा मे टन में) का सुचारू रूप से धान उपार्जन किया गया.
160 लाख मीट्रिक धान खरीदी का लक्ष्य- दरअसल छ्त्तीसगढ़ में धान और किसान हमेशा से सियासत के केंद्र में रहे हैं. यहां किसान और धान के मुद्दे पर सरकार बनी भी है और कमजोर भी हुई है.यही वजह है कि छ्त्तीसगढ़ में धान खरीदी को एक उत्सव की तरह मनाया जाता है. छ्त्तीसगढ़ सरकार ने इस साल किसानों से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है. इसके लिए 27 लाख 1109 किसानों ने सरकारी समिति में धान खरीदी के पंजीयन कराया है। इस साल पिछले साल की तुलना में 135891 नए किसान पंजीकृत हुए है और धान का रकबा भी बढ़ा है सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल 136263 हेक्टेयर धान कृषि रकबा बढ़कर 3451729 हेक्टेयर हो गया है.
