बस्तर ओलंपिक 2024, खेलेगा बस्तर-बढ़ेगा बस्तर - CGKIRAN

बस्तर ओलंपिक 2024, खेलेगा बस्तर-बढ़ेगा बस्तर


बस्तर संभाग जनजातीय बाहुल्य एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्र है,यहां खेल क्षेत्र में अपार नैसर्गिक क्षमता विद्यमान है। इस क्षेत्र में शासन एवं जनता के मध्य मजबूत संबंध स्थापित कर यहां के युवाओं को मुख्य धारा से जोड़ने सहित उनके रचनात्मक एवं खेल प्रतिभा को पहचानकर खिलाड़ी के रूप में तैयार करने हेतु बस्तर ओलम्पिक 2024 आयोजन किया जा रहा है।

    किसी भी खिलाडी को अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए एक बेहतर मंच की हमेशा तलाश रहती है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सरकार ने बस्तर संभाग के अंदरूनी इलाकों के प्रतिभावान खिलाड़ियों को बस्तर ओलंपिक 2024 के रूप में एक अवसर दिया है जिसमें खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा को निखारते हुए बड़े अवसर की ओर बढ़ सकते हैं। बस्तर ओलंपिक में अपनी खेल विधा में सहभागिता के लिए लगभग एक लाख 70 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने पंजीयन करवाया है। ओलंपिक के पहला चरण विकासखंड स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन संभाग के सभी जिलों में आयोजित किया जा रहा है। बस्तर ओलंपिक के खेल विधाएं में एथलेटिक्स,लंबी कूद, ऊंची कूद,शॉटपूट, डिस्कस थ्रो, जैवेलिन थ्रो, रिलेरेस, तीरंदाजी, कबड्डी, बैडमिन्टन, खो-खो, फुटबॉल, वालीबॉल, रस्साकसी, कराटे जैसी विधा शामिल हैं। वहीं सुविधाओं की उपलब्धता के दृष्टिकोण से केवल जिला स्तर पर हॉकी एवं वेटलिफ्टिंग की स्पर्धा हो रही है। बस्तर ओलंपिक का आयोजन विकासखण्ड स्तर, जिला स्तर और संभाग स्तर पर किया जाएगा।

   बस्तर जिले के दरभा विकासखंड के विकासखंड स्तरीय प्रतियोगिता में कोलेंग, मुंडागढ़, चांदामेटा, पखनार, चन्द्रगिरी जैसे दूरस्थ अंदरूनी ईलाके के खिलाड़ियों ने भी उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इन खिलाड़ियों ने बताया कि बस्तर ओलंपिक ने हम ग्रामीण युवाओं को एक अच्छा मौका दिया जो हम गांव के युवा आपस में बॉलीबाल खेलते थे। पहली बार गांव के खिलाड़ियों को विकासखंड स्तर पर खेलने का अवसर मिला और हमारी टीम उप विजेता रही। उन्होंने कहा कि खेल के माध्यम से दूसरे क्षेत्र के खिलाड़ियों से संपर्क और खेल गतिविधियों के द्वारा अपने खेल को निखारने का अवसर मिल रहा है। छिंदगुर (कोलेंग) की व्हालीबॉल टीम में सम्मिलित सामूराम, घासीराम, मोतीराम नाग आदि युवाओं ने बस्तर ओलम्पिक के इस महत्ती आयोजन के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के पहल को सकारात्मक निरूपित करते हुए मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। वहीं ग्रामीण स्तर पर बेहतर आयोजन के लिए जिला प्रशासन के प्रति आभार जताया।

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