छत्तीसगढ़ बीजेपी के दिग्गज नेता ओडिशा और झारखंड में संभाल रहे मोर्चा ; गिना रहे मोदी सरकार की उपलब्धियां
छत्तीसगढ़ में चुनाव संपन्न के बाद पड़ोसी राज्य ओडिशा में प्रदेश के दिग्गज नेता मोर्चा संभाल रहे हैं. छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद बीजेपी के सांसद, विधायक, मंत्री और पदाधिकारी इन दिनों ओडिशा और झारखंड में डेरा जमाये हुए हैं। वहां पर पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार कर रहे हैं। केंद्र सरकार की उपलब्धि बताने के साथ ही ओडिशा-झारखंड दोनों राज्य सरकारों की कमियां गिना रहे हैं। अलग-अलग लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र में प्रचार अभियान चल रहा है। छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा, मंत्री ओपी चौधरी, मंत्री टंकराम वर्मा, पूर्व मंत्री राजेश मूणत कमान संभाले हुए हैं।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने दावा करते हुए कहा कि बीजेपी से बेहतर विकल्प ओडिशा के लिए कोई और नहीं है क्योंकि जिस प्रकार पिछले 25 वर्षों से ओडिशा का शोषण किया गया है। उसके विदाई का ओडिशा की जनता ने मन बना लिया है। ओडिशा की जनता इस चुनाव को भाजपा की डबल इंजन की सरकार बनाने के सुनहरे अवसर के रूप में देख रही है।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ओडिशा की तकदीर एवं तस्वीर बदलने के लिए भाजपा जरूरी है। आरोप लगाते हुए कहा कि नवीन पटनायक सरकार का रवैया ओडिशा के विकास के लिए निष्क्रिय है। पटनायक सरकार केवल सत्ता को अपना उद्देश्य मानती है सेवा को नहीं।
वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि पटनायक सरकार ने पिछले ढाई दशकों से प्रदेश को भ्रष्टाचार का अड्डा बनाकर रखा है। पिछले 10 वर्षों में केंद्र की हर कल्याणकारी योजनाओं में अड़ंगा लगाकर ओडिशा को शोषित बनाकर रखा है। अब ओडिशा की जनता ने प्रदेश की उन्नति के लिए भाजपा को जिताने का संकल्प कर लिया है।