छत्तीसगढ़ में दिग्गजों की चुनावी सभा ने बदला राजनीतिक माहौल
भाजपा से पीएम मोदी, शाह, नड्डा तो कांग्रेस से राहुल, खरगे, प्रियंका ने संभाली कमान
छत्तीसगढ़ का चुनावी पारा बढ़ाने के लिए कांग्रेस और भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। इनकी चुनावी सभाओं में एक ओर जहां जमकर भीड़ आ रही है, वहीं उनके भाषणों से चुनाव की दिशा भी तय हो रही है। भाजपा की ओर से चुनाव प्रचार अभियान के मैदान में अब तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री का कार्यक्रम हो चुका है। कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी के बाद अब प्रियंका गांधी की सभा होने जा रही है। ऐसा नहीं है कि इस चुनाव में सिर्फ कांग्रेस और भाजपा ही मैदान में है। आलम यह है कि कांग्रेस, भाजपा और आप के राष्ट्रीय नेताओं की चुनावी सभा ने राजनीतिक माहौल को बदलकर रख दिया है।
कांग्रेस ने नवा रायपुर के मेला मैदान में युवा मितान सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें प्रदेशभर के युवाओं का जमावड़ा हुआ। राहुल गांधी ने युवाओं के सामने नवा छत्तीसगढ़ के सपने रखे। अब भिलाई में प्रियंका गांधी महिलाओं के बीच पहुंच रही हैं। यहां राज्य सरकार की ओर से महिलाओं के पक्ष में किए गए काम का खाका पेश किया जाएगा। प्रियंका में उत्तर प्रदेश के चुनाव में लड़की हूं, लड़ सकती हूं कैंपेन किया था। इस कैंपेन को छत्तीसगढ़ में आगे बढ़ाया जाएगा। इससे पहले कांग्रेस ने बस्तर में भरोसे का सम्मेलन किया था, जिसमें प्रियंका शामिल हुई थीं। वहीं, राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे की जांजगीर-चांपा और राजनांदगांव में दो चुनावी सभाएं हो चुकी हैं। भाजपा की ओर से अमित शाह मजबूती से मोर्चा संभाले हुए हैं। उनकी दुर्ग में सभा हुई, उसके बाद बस्तर में परिवर्तन यात्रा को हरी झंडी दिखाना था, लेकिन मौसम ने साथ नहीं दिया और शाह नहीं आए। शाह ने राजधानी में भाजपा के आरोप पत्र को जारी किया। साथ ही सरायपाली में आदिवासी सम्मेलन में शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रायपुर और रायगढ़ में चुनावी सभाएं हो चुकी हैं। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा बस्तर, बिलासपुर और जशपुर में सभा ले चुके हैं।
अमित शाह का पिछले 70 दिनों में छत्तीसगढ़ का ये चौथा दौरा था. बीजेपी के कई नेता साफ़ कर चुके हैं राज्य का विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ा जाएगा. जबकि कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी इस साल फरवरी में पार्टी अधिवेशन के बाद पहली बार राज्य का दौरा कर रहे थे. यानी राहुल गांधी की कांग्रेस का मुक़ाबला बीजेपी के स्थानीय नेतृत्व से ज़्यादा मोदी-शाह की जोड़ी से है.
भाजपा, बसपा और आप के उम्मीदवार घोषित
अब तक भाजपा के 21, बसपा के नौ और आप के दस उम्मीदवारों की पहली सूची जारी हुई है। कांग्रेस की पहली सूची का अभी इंतजार किया जा रहा है। प्रदेश में 71 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं। ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार घोषित करने से पहले पुख्ता किलेबंदी कर लेना चाह रही है।