छत्तीसगढ़ में बदलेगी बिजली वितरण व्यवस्था, मोबाइल की तरह करना पड़ेगा प्रीपेड स्मार्ट मीटर रिचार्ज
अब छत्तीसगढ़ में भी देश के कई अन्य राज्यों की तरह प्रीपेड स्मार्ट मीटर सुविधा शुरू हो रही है. इसके तहत अब उपभोक्ताओं को पहले ही बिल का भुकतान करना पड़गा. रिचार्ज खत्म होने पर बिजली बंद हो जाएगी. छत्तीसगढ़ बिजली विभाग पहले चरण में 58 लाख मीटर लगाने की तैयारी कर रहा है. इसकी शुरूआत प्रदेश के सरकारी दफ्तरों से होगी. विभाग का मानना है कि इस तरह कार्य करने से न सिर्फ बिजली की चोरी रूकेगी. बल्कि, इससे विभाग का घाटा भी कम होगा. स्मार्ट मीटर लगने के बाद मोबाइल की तर्ज पर रिचार्ज करना पड़ेगा. इसके बाद ही उपयोग कर सकते हैं. अगर रिचार्ज खत्म हो गया तो ऑटोमेटिक बिजली बंद हो जाएगी, जैसे टीवी, मोबाइल बंद हो जाती है. दूसरी ओर जितना ज्यादा उपयोग करेंगे उतनी राशि का रिचार्ज करना पड़ेगा. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि उपभोक्ता इसमें बिजली बचाने की कोशिश करेंगे. स्मार्ट मीटर लगाने से बिजली की खपत कम होने का अनुमान भी लगाया जा रहा है. पुराने मीटरों में अक्सर ये देखा गया है कि लोग उससे छेड़छाड़ कर बंद कर देते हैं. इससे होने वाले नुकसान की भरपाई स्थानीय इमादार उपभोक्ताओं का करना पड़ता है. अब घर हो या ऑफिस या अन्य कोई संसथान बिजली चलाने के लिए जल्द ही मोबाइल जैसे रिचार्ज करना पड़ेगा, तभी आपके घर का बिजली चलेगा। इसमें हालाँकि बीपीएल उपभोक्ताओं को 30 यूनिट फ्री बिजली की सुविधा दिया जायेगा लेकिन, उससे अधिक यूनिट की खपत होता है तो आपको रिचार्ज करना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ में स्मार्ट मीटर लगाने का प्रोसेस अगले माह चालू हो जायेगा। प्रीपेड स्मार्ट मीटर से आशय है की आप अपने हिसाब से कितना भी यूनिट रिचार्ज कर पाएंगे। लेकिन यह रिचार्ज आपको एडवांस में करना होगा तभी आप बिजली का उपयोग कर पाएंगे।
क्या है प्रीपेड स्मार्ट मीटर?- प्रीपेड स्मार्ट मीटर किसी सामान्य बिजली मीटर की तरह ही एक मीटर है. लेकिन, उसे उपयोग से पहले रिचार्ज करना पड़ता है. ठीक वैसे ही जैसे आप अपनी मोबाइल के लिए मंथली प्लान लेते हैं. जैसे ही आपके मीटर का प्लान खत्म होगा आपके घर की बिजली कट जाएगी.
प्रदेश के 58 लाख बिजली उपभोक्ताओं के घरों में प्रीपेड डिजीटल स्मार्ट मीटर लगाने के लिए बिजली वितरण कंपनी ने तैयारी पूरी कर ली है। इसी माह काम शुरू होने की उम्मीद है। इस व्यवस्था से बिजली चोरी पर अंकुश लगेगा। स्मार्ट मीटर लगने से जो उपभोक्ता जितना बिजली का इस्तेमाल करेगा, बिल उतना ही आएगा। साथ ही बिजली बिल जमा करने के लिए लाइनों में नहीं लगना पड़ेगा।
घर बैठे रिचार्ज कर सकेंगे उपभोक्ता- स्मार्ट मीटर लगने से सिस्टम में कई तरह के बदलाव आएंगे। बिजली चोरी रुकने के साथ ही उपभोक्ता घर बैठे मोबाइल से बिजली मीटर रीचार्ज करा सकेंगे। विभाग के पास यह शिकायत कभी भी नहीं आएगी कि इस महीने ज्यादा बिल आ गया। उपभोक्ता जितना रिचार्ज कराएंगे, उतनी ही बिजली जलेगी। अधिकारियों का कहना है कि पहले से रीचार्ज करवाने से अधिकतर उपभोक्ता ज्यादा बिजली खर्च करने से बचेंगे।
