मुख्यमंत्री भूपेश ने की बेरोजगारी भत्ता योजना की शुरुआत
मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी भत्ता योजना का शुभारंभ किया। कहा कि 1 अप्रेल से बेरोजगारी भत्ते के लिए पंजीयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अप्रेल माह के किसी भी दिन बेरोजगारी भत्ते के लिए पंजीयन करने और पात्र होने पर एक अप्रेल से ही बेरोजगारी भत्ता प्रदान किया जाएगा। चार युवाओं को मुख्यमंत्री ने बेरोजगारी भत्ता स्वीकृति आदेश सौंपा है। प्रदेश के बेरोजगारों को 2500 प्रतिमाह बेरोजगारी भत्ता मिलेगा। वहीं बेरोजगार युवकों को स्किल डेवलपमेंट की ट्रेनिंग भी देगी। 18 से 35 वर्ष उम्र के बेरोजगार युवा बेरोजगारी भत्ते के लिए पात्र होंगे। प्रदेश के युवाओं से किए गए अपने वादे के अनुरूप सीएम भूपेश ने ऐलान करते हुए कहा कि राज्य सरकार एक अप्रैल से बेरोजगारी भत्ता देने जा रही है। इसे लेकर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा कि 'हमारा हाथ, युवाओं के साथ।
राज्य सरकार बेरोजगार युवाओं को हर महीने 2500 रुपए बेरोजगारी भत्ता देगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि युवा हमेशा बेरोजगार न रहें इसके लिए उनके रोजगार मूलक प्रशिक्षण देने की भी योजना बनाई गयी है। ताकि बेरोजगारी भत्ते का लाभ लेने वाले युवा प्रशिक्षण हासिल कर आने वाले समय में रोजगार भी हासिल कर सकें।उन्हें रोजगार देने में मदद करेगी। बेरोजगारी भत्ता योजना का लाभ लेने आवेदक के पूरे परिवार की आय सलाना 2.50 लाख रूपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। परिवार से तात्पर्य पति-पत्नी, आश्रित बच्चे और आश्रित माता-पिता से है।
यहां से मिलेगी जानकारी
बेरोजगारी भत्ते की जानकारी रोजगार विभाग, पंचायत विभाग और नगरीय प्रशासन विभाग की वेबसाइट पर मिलेगी।
जनपद, नगर निगम, नगर पालिका आदि जिन आवेदकों स्वीकृत करेंगे, उनको भत्ते की राशि सीधे उनके बैंक एकाउंट में जाएगा
रोजगार मिलने पर भत्ता लेने वाले को इसकी जानकारी देनी होगी।
प्रत्येक 6 महीने में भत्ता लेने वालों की जांच होगी।
बेरोजगारी भत्ता लेने वालों को स्वरोजगार के लिए कौशल विकास की ट्रेनिंग मिलेगी। इंकार करने पर भत्ता नहीं मिलेगा।