नीम फूल के गजब फायदे, शुगर वालों के लिए वरदान
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले के बहेराडीह गांव में महिला स्व सहायता समूह ‘गंगे मईया’ की महिलाएं नीम फूल से हेल्दी बड़ी तैयार कर रही हैं. साल में एक बार खिलने वाले नीम फूल की इस बड़ी की कीमत 1000 रुपए किलो तक बिक रही है. जांजगीर चांपा. नीम पेड़ में फूल सालभर में सिर्फ एक बार ही फूलता हैं इसी कारण नीम फूल की काफी डिमांड रहती है. इसे सब्जी के रूप में खाया जाता है लेकिन अब बहेराडीह गांव की महिला समूह नीम फूल की बड़ी बनाने का काम कर रही हैं. अपको बता दे की जांजगीर चांपा जिले के बहेराडीह गांव के बिहान की गंगे मईय्या स्व सहायता समूह की महिलाएं साल में एक बार फूलने वाले नीम फूल की बड़ी बना रहे हैं. इसके बड़ी के फायदे और स्वाद इतनी अच्छी लगती है की नीम फूल की बड़ी की कीमत बाजार में 1000 रुपए किलो तक बिक रही है. इसके क्या फायदे और कैसे बनाया जाता है उसके बारे में समूह की सदस्य ने जानकारी दी है.
समूह की पुष्पा यादव ने बताया की बिहान की महिला समूहों द्वारा नीम फूल के बड़ी बनाया जा रहा है. इस नीम फूल की बड़ी कैसे बनाया जाता है इसकी विधि को बताया की सबसे पहले नीम की फूल को तोड़कर उसे धूप में सुखा दिया जाता है उसके बाद उस फूल को बर्तन में डालकर पानी डालकर उबाला जाता है फिर उसको निचोड़कर धूप में सुखाने के बाद रखा जाता है . उसके बाद बड़ी बनाने के लिए उड़द दाल को पानी में एक रात पानी में भिंगोकर रखा जाता हैं उसके बाद दाल को पीसकर अच्छे से उसको मिलाया जाता हैं. उसके बाद इसमें सूखे हुए नीम फूल, नमक, मिर्च पाउडर, हींग, अंजवाइन, डालकर अच्छे से मिलाया जाता हैं. फिर इस नीम फूल से मिक्स हुए उड़द दाल को लाई बड़ी जैसे छोटा छोटा बनाया जाता हैं और फिर धूप में सुखाया जाता हैं. शुगर वालो के लिए है बहुत फायदेमंद होता है
नीम के फूलों से बनी शरबत हो या भुजिया, सेहत के लिए दोनों ही फायदेमंद हैं. उत्तर भारत में नीम के फूल को सरसों के तेल और जीरे की छौंक के साथ भुजिया के तौर पर बनाया जाता है, तो वहीं दक्षिण भारत में कई तरह के व्यंजनों को बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है. नीम के फूल का शरबत पेट को बेहतर और पाचन तंत्र को बेहतर करने, खून साफ करने के साथ मधुमेह के लिए भी बहुत उपयोगी है. इसमें मौजूद गुण पेट को साफ और पाचन तंत्र को हेल्दी रखते हैं. अपच, वात, कब्ज समेत अन्य समस्याओं में भी यह बहुत उपयोगी है.
पेट के कीड़े खत्म हो जाते हैं
इसके सेवन से पेट में मौजूद कीड़े भी खत्म हो जाते हैं. फूलों में मौजूद एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते हैं. स्किन से जुड़ी समस्याओं में भी फायदा मिलता है. यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही भूख भी बढ़ाता है. गर्मी के मौसम में चिलचिलाती धूप और बढ़ते तापमान के कारण सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं. ऐसे में नीम के फूलों का शरबत पीना शरीर के लिए लाभदायी है.
मुंहासों के साथ इंफेक्शन में भी फायदेमंद
भारत के लगभग हर घर में बचपन से लोग बड़े बुजुर्गों को इसके गुणों का बखान करते सुनते आए हैं. नीम की पत्तियों और टहनी की तरह फूल को भी आयुर्वेद में बेहद कारगर औषधि का दर्जा प्राप्त है. नीम के छोटे-छोटे फूलों में बड़ी-बड़ी समस्याओं को दूर करने की ताकत है. नीम का फूल इंसानों के लिए प्रकृति का तोहफा है. रोजाना इसके सेवन करने से खून साफ होता है, चेहरे पर ग्लो आता है और दाग-धब्बे, मुंहासों के साथ इंफेक्शन से भी मुक्ति मिलती है. इसमें मौजूद एंटी फंगल गुण, एंटीइंफ्लेमेटरी गुण और एंटी बैक्टीरियल गुण शरीर के लिए बहुत उपयोगी हैं.
