जामगांव में बने सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट देखने पहुंचे वन मंत्री केदार कश्यप - CGKIRAN

जामगांव में बने सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट देखने पहुंचे वन मंत्री केदार कश्यप


 23 करोड़ की लागत से बने प्रोसेसिंग यूनिट में मिलेट्स और आयुर्वेदिक उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं.

 जामगांव में सेट्रल प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण 23 करोड़ की लागत से हुआ है. प्रोसेसिंग यूनिट 110 एकड़ के क्षेत्र में है. प्रोसेसिंग यूनिट में आयुर्वेदिक उत्पाद, मोटा अनाज, लघु वनोपज, तेंदू पत्ता, इमली, महुआ, हर्रे बहेड़ा जैसे उत्पादों को जमा किया जाता है और फिर वहां उसकी प्रोसेसिंग की जाती है. सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को और विस्तार देने की प्रक्रिया भी जारी है. प्रोसेसिंग यूनिट जब पूरी तरह से काम करने लगेगा तो यहां बनने वाले उत्पाद की मात्रा में भी बढ़ोत्तरी होगी. वन मंत्री केदार कश्यप और दुर्ग सांसद विजय बघेल शनिवार को जामगांव में बने सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट को देखने के लिए पहुंचे. मंत्री केदार कश्यप ने प्रोसेसिंग यूनिट में बनाए जा रहे उत्पादों और वहां चल रहे कामों का निरीक्षण किया.

कैबिनेट मंत्री केदार कश्यप ने सांसद विजय बघेल के साथ प्रोसेसिंग यूनिट में चल रहे काम काज को देखा. गोदामों में रखे गए सामान के बारे में जानकारी ली. जो उत्पाद बनाकर तैयार किए गये हैं उनके बारे में भी पूछा. केदार कश्यप ने अधिकारियों से कहा कि जो भी काम प्रोसेसिंग यूनिट का बाकी है उसे जल्द से जल्द पूरा किया जाए. मंत्री ने कहा कि यहां के स्थानीय लोगों को लाभ मिले इसका भी ध्यान रखा जाए. केदार कश्यप ने कहा कि यह इकाई केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे मध्य भारत के लिए एक बड़ा और उन्नत प्रसंस्करण केंद्र बनेगा.

छत्तीसगढ़ में आयुर्वेदिक उत्पादों की अपार संभावनाएं- केदार कश्यप

छत्तीसगढ़ में आयुर्वेदिक उत्पादों की अपार संभावनाएं हैं. इस इकाई से न केवल राज्य बल्कि पूरे भारत और विश्व स्तर पर आयुर्वेद की पहचान को नई ऊंचाई मिलेगी. छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक संसाधनों और पारंपरिक ज्ञान का उपयोग कर आयुर्वेदिक उत्पादों का वैश्विक ब्रांड तैयार किया जा सकता है. बड़े पैमाने पर उत्पादन कार्य जल्द ही शुरू होगा, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी: 

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