21 जून को मनाया जाएगा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस
छत्तीसगढ़ सहित पूरे विश्व में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. योग हमारे जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण है. योग, आसन और प्राणायाम के माध्यम से शरीर की कई तरह की बीमारी को ठीक किया जा सकता है. योग एक्सपर्ट ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का एक घंटे प्रोटोकॉल होता है. मुख्य रूप से हम ग्रीवाचालन, स्कंदचालन, घुटनाचालन इसके साथ ही ताड़ासन, वृक्ष आसन, खड़े होकर किए जाने वाले आसन करते हैं.
योग एक्सपर्ट ने बताया कि बैठकर किए जाने वाले आसन में वज्रासन, उत्तान आसन, मंडूकासन. पेट के बल लेटकर किए जाने वाले आसनों में भुजंगासन, शलभासन. पीठ के बल लेटकर किए जाने वाले आसन में सेतुबंध आसन, उत्तानपाद आसन इन सब आसनों के द्वारा शवासन भी महत्वपूर्ण है. कपालभारती, अनुलोम विलोम, भ्रामरी और प्राणायाम भी आवश्यक है.
योग एक्सपर्ट ने बताया कि आसन और प्राणायाम घर में भी किया जाना चाहिए. जिसमें प्राणायाम बेहद जरूरी है. हमारे शरीर में वह शक्ति और ऊर्जा पैदा करता है. घर में विशेष रूप से घुटना चालन, अपने घुटने को स्वस्थ रखना चाहिए. कमर को स्वस्थ रखना चाहिए. इसके साथ ही मस्तिष्क को स्वस्थ रखना चाहिए. मन और मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए प्राणायाम जरूरी है. विशेष रूप से कपालभाती,अनुलोम विलोम, भ्रामरी, प्राणायाम, शीतली प्राणायाम.
योग एक्सपर्ट ने बताया कि कमर दर्द को ठीक करने के लिए मरकट आसन, शलभासन योग और आसन करके हम वातरोग के साथ ही छोटे-मोटे सर्वाइकल पेन, गैस, कब्ज, एसिडिटी सभी प्रकार के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है. चर्म रोग, दमा, अस्थमा, कैंसर जैसी बीमारी से लड़ा जा सकता है.
योग एक्सपर्ट ने बताया कि हर व्यक्ति को चाहिए कि अपनी दौड़भाग भरी इस जिंदगी से थोड़ा समय निकालकर योग जरूर करें. योग हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है. हम स्वस्थ रहें, स्वस्थ भारत का निर्माण करें. योग के माध्यम से हम अपनी इम्युनिटी पावर को बढ़ा सकते हैं.