खराब रिजल्ट पर अब प्राचार्यों एवं शिक्षकों पर कार्रवाई की तैयारी
छत्तीसगढ़ बोर्ड के नतीजे पिछले सालों से भले ही ज्यादा है लेकिन कई जिलों में परिणाम काफी कमजोर हैं. 10वीं एवं 12वीं दोनों कक्षाओं के परिणामों की समीक्षा होगी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की जीरो टॉलरेंस नीति और परिणाम आधारित कार्यशैली का असर अब स्पष्ट रूप से दिखने लगा है. रायपुर संभाग में 19 मई से जिलेवार परिणामों की समीक्षा की जाएगी. रायपुर संभाग में रायपुर जिले का परिणाम सबसे कमजोर है. खराब परिणामों और लचर प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर मुख्यमंत्री के कड़े तेवर और महासमुंद के जिला शिक्षा अधिकारी को हटाने की कार्रवाई के बाद कुछ और जिले के शिक्षा अधिकार भी निशाने पर हैं. राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने महासमुंद जिले में पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी का तबादला करते हुए यह संकेत दिया है कि शिक्षा व्यवस्था में किसी भी तरह की कोई लापरवाही, निष्क्रियता और खराब प्रदर्शन अब किसी भी स्तर पर स्वीकार्य नहीं किया जाएगा. स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा की गई यह कार्रवाई इस बात को दर्शाती है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार परिणाम आधारित कार्यशैली में विश्वास रखती है और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है.
बोर्ड परीक्षा के परिणामों की राज्य स्तर पर समीक्षा तो होगी ही, संभाग स्तर पर भी न केवल जिलेवार, बल्कि स्कूलवार समीक्षा की जाएगी. रायपुर संभाग में परीक्षा परिणाम की समीक्षा अगले सप्ताह से शुरू होगी. रायपुर संभाग के अंतर्गत आने वाले 5 जिलों में सबसे खराब परिणाम रायपुर जिले का है. जहां न केवल संसाधन, बल्कि ज्यादातर स्कूलों में पर्याप्त शिक्षक हैं. कुछ स्कूलों में तो अतिशेष शिक्षक हैं. अन्य सालों की तुलना में मेरिट सूची में अन्य जिलों से ज्यादा विद्यार्थी आए हैं किन्तु ओवरऑल परिणाम ने निराश किया है.
बोर्ड परीक्षा परिणामों पर CM विष्णु देव साय ने जताई थी नाराजगी
यह निर्णय उस समीक्षा बैठक के बाद सामने आया है, जिसमें मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महासमुंद जिले की बोर्ड परीक्षाओं में खराब परिणामों को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की थी. सुशासन तिहार के तीसरे चरण में महासमुंद में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने स्पष्ट रूप से कहा था कि शिक्षा की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होंने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए आवश्यक सुधार के निर्देश दिए थे.
खराब परिणाम वाले प्राचार्यों व शिक्षकों पर होगी कार्रवाई
जेडी संभागीय संयुक्त संचालक राकेश पांडेय ने कहा कि न केवल 10वीं एवं 12वीं के परिणाम, बल्कि प्रत्येक स्कूल के विषयवार परिणाम की समीक्षा की जाएगी. इसके लिए सभी स्कूलों से विषयवार परिणाम की जानकारी मंगाई है. उन्होंने कहा कि समीक्षा के बाद खराब परिणाम वाले प्राचार्यों एवं शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा.
