कैंसर जैसी बीमारियों के लिए है काल सतालु
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में सतालु के पेड़ पर फल लगनें शुरू हो गए हैं, मार्च-अप्रैल के महीने से सतालु के पेड़ पर फल लगनें शुरू हो जाते हैं. और लगभग 15 से 20 दिनों के बाद सतालु के फल पककर तैयार हो जाएंगे. सतालु कि खेती करना बेहद आसान है, कम मेहनत में ही इसकी उत्पादन भी अच्छी होती है. इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे इम्युनिटी बढ़ाना, वजन कम करना और आंखों के लिए फायदेमंद होना सतालु में कई तरह के न्यूट्रिएंट फाइबर पाए जाते हैं जो शरीर के लिए अच्छा होता है. इससे इम्युनिटी भी बढ़ता है. खाने के लिए सतालु में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होता है.
ये हैं फायदे
सतालू में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करते हैं.
वजन घटाने में मददगार - सतालू में कैलोरी कम होती है और यह फाइबर से भरपूर होता है, जो वजन कम करने में मदद करता है.
आंखों के लिए फायदेमंद- सतालू में बीटा-कैरोटीन होता है, जो शरीर में विटामिन ए में बदल जाता है, जो आंखों के लिए बहुत जरूरी होता है.
पाचन में सुधार करता है- सतालू में फाइबर होता है, जो पाचन में सुधार करता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है.
कैंसर से बचाव- सतालू में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं.
दिल के लिए अच्छा- सतालू में पोटेशियम होता है, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है.
स्किन के लिए फायदेमंद- सतालू में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो स्किन को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते हैं.
अन्य लाभ
सतालू में कई अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जैसे कि विटामिन ए, बी, सी, ई, और के, जो शरीर के लिए जरूरी होते हैं.