छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर इलाके में सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। सुकमा जिले में हार्ड कोर नक्सली इलाका माने जाने वाले टेकुलागुडेम गांव में जवानों ने मोबाइल टावर की स्थापना की है। इससे बस्तर के कई गांवों में सेलुलर कनेक्टिविटी मिलेगी। यह इलाका नक्सलियों का गढ़ था। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। टेकुलागुडेम सुकमा के उन जगहों में शामिल है जहां पिछले साल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने जनवरी के महीने में बेस कैंप स्थापित किया है. बेस कैंप बनाने का मतलब है नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाना, एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान क्वीक रेस्पांस करना. इन दोनों कामों के लिए इलाके में इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क का होना जरुरी है. इसी को ध्यान में रखते हुए बेस कैंप में मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया है. सुरक्षाबलों ने एक सुदूर गांव में पहला मोबाइल फोन टावर लगाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि होली के अवसर पर टेकुलागुडेम गांव में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) शिविर के अंदर स्थापित किया गया यह टावर आंतरिक क्षेत्र के कई गांवों को 'सेलुलर कनेक्टिविटी' प्रदान करेगा।
अब बस्तर में बढ़ेगी नेटवर्क कनेक्टिविटी, टेकुलागुडेम में लगा टावर
Sunday, March 16, 2025
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छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर इलाके में सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। सुकमा जिले में हार्ड कोर नक्सली इलाका माने जाने वाले टेकुलागुडेम गांव में जवानों ने मोबाइल टावर की स्थापना की है। इससे बस्तर के कई गांवों में सेलुलर कनेक्टिविटी मिलेगी। यह इलाका नक्सलियों का गढ़ था। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबल के जवानों को बड़ी सफलता मिली है। टेकुलागुडेम सुकमा के उन जगहों में शामिल है जहां पिछले साल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने जनवरी के महीने में बेस कैंप स्थापित किया है. बेस कैंप बनाने का मतलब है नक्सल विरोधी अभियान में तेजी लाना, एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान क्वीक रेस्पांस करना. इन दोनों कामों के लिए इलाके में इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क का होना जरुरी है. इसी को ध्यान में रखते हुए बेस कैंप में मोबाइल नेटवर्क स्थापित किया गया है. सुरक्षाबलों ने एक सुदूर गांव में पहला मोबाइल फोन टावर लगाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि होली के अवसर पर टेकुलागुडेम गांव में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) शिविर के अंदर स्थापित किया गया यह टावर आंतरिक क्षेत्र के कई गांवों को 'सेलुलर कनेक्टिविटी' प्रदान करेगा।
टेकुलागुडेम उन पहले स्थानों में से एक था, जहां अर्धसैनिक बल ने पिछले साल जनवरी में एक अग्रिम परिचालन शिविर स्थापित किया था, ताकि विशिष्ट माओवादी विरोधी अभियान चलाए जा सकें और स्थानीय प्रशासन को क्षेत्र में विकास कार्यों में मदद मिल सके।
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