धमतरी नगर निगम का चुनाव हुआ दिलचस्प, भाजपा प्रत्याशी के लिए लड़ाई हुई आसान
छत्तीसगढ़ नगरीय निकाय चुनाव की सरगर्मी तेज है. चुनावी वादों की झड़ी लगने के बाद अब प्रत्याशी प्रचार में और भी ज्यादा जोर देने लगे हैं. नगर निकाय और पंचायत चुनावों को लेकर सियासत गरम है. वहीं राजनीतिक दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में व्यस्त हैं. इस बीच धमतरी नगर निगम में सियासी दंगल बेहद दिलचस्प हो गया है. दरअसल, यहां कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी विजय गोलछा का नामांकन रद्द होने के बाद पार्टी की ओर से कोई अधिकृत प्रत्याशी नहीं उतारा गया. ऐसे में भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी रामू रोहरा के लिए लड़ाई आसान नजर आने लगी है. कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी विजय गोलछा पर आरोप था कि वे नगर निगम में ठेकेदारी करते हैं और इसे लेकर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर पर हित रखते हैं. इस वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया. धमतरी नगर निगम चुनाव में इस बार महापौर पद के लिए कांग्रेस की गैरमौजूदगी से चुनावी रणनीति में बदलाव नजर आ रहा है. शहर में 15 से अधिक ऐसे वार्ड हैं, जहां पार्षद पद के लिए निर्दलीय और बागी कांग्रेस और भाजपा के लिए मुसीबत बन सकते हैं.
वहीँ 24 वार्ड में कांग्रेस-भाजपा के अलावा निर्दलीय और बागी प्रत्याशी मैदान में उतर गए हैं. कई वार्डों में निर्दलियों का अच्छा परफारमेंस है, जिसका असर राष्ट्रीय दल के प्रत्याशियों की रणनीति पर पड़ सकता है. कई जगहों पर दोनों दलों के बागी प्रत्याशी हैं, जो अपने ही पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के लिए मुसीबत बने हुए हैं.
डमी प्रत्याशी का क्या हुआ?
विजय गोलछा का नामांकन रद्द होने के बाद एकमात्र डमी प्रत्याशी तिलक सोनकर को पार्टी रायपुर लेकर रवाना हुई थी लेकिन उन्हें बी फॉर्म नहीं दिया गया. लिहाजा महापौर के लिए कांग्रेस से कोई भी अधिकृत प्रत्याशी मैदान में नहीं है.
महापौर के लिए 8 प्रत्याशी मैदान में
रामू रोहरा, भाजपा
तिलक राज सोनकर, निर्दलीय
महेश कुमार साहू, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी
आशीष रात्रे, बहुजन समाज पार्टी
महेश कुमार रावटे, हमर राज पार्टी
आवेश हाशमी, निर्दलीय
फिरोज खान, निर्दलीय
गगन कुंभकार, निर्दलीय
11 फरवरी को होनी है वोटिंग
छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव एक ही फेज में होंगे। वहीं, पंचायत चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जाएंगे। नगर निगम के लिए 11 फरवरी को वोटिंग होगी। नगर निगम के चुनाव 15 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।