मोबाइल की तरह अब मीटर भी होगा रिचार्ज, घरों में लगने वाला है स्मार्ट मीटर
केंद्र सरकार के केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण ने सभी राज्यों में स्मार्ट डिजिटल मीटर लगाने की योजना बनाई है। प्राधिकरण ने उपभोक्ताओं के पोस्ट पेड मीटर बदलकर प्रीपेड मीटर लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके लिये टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रीपेड मीटर को पहले रिचार्ज करना होगा। इसके बाद उपलब्ध बैलेंस के आधार पर बिजली का इस्तेमाल किया जा सकेगा। बैलेंस खत्म होने पर बिजली बंद हो जाएगी। बैलेंस खत्म होने के तीन दिन पहले उपभोक्ता को मैसेज के जरिए सूचित किया जाएगा। जिससे की उपभोक्ता अपने बिजली के मीटर को रिचार्ज कर सकें। प्रदेश में स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने का काम इस माह से प्रारंभ हो जाएगा. सबसे पहले सरकारी दफ्तरों और ट्रांसफॉमरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. इसके बाद घरेलू कनेक्शनों में स्मार्ट मीटर लगेंगे. केन्द्र सरकार की रिवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम (आरडीएसएस) के तहत विद्युत अधोसंरचना को दुरूस्त करने के साथ ही स्मार्ट मीटर भी लगाए जाएंगे. प्रदेश के पांचों राजस्व संभागों में स्मार्ट मीटर के लिए सर्वे का काम पूरा हो चुका है.
छत्तीसगढ़ में रहने वाले उन लोगों के लिए अब समस्या बढ़ने वाली हैं जिन्होंने अपने घर का बिजली बिल भुगतान नहीं किया, या उनकी अब ये आदत बन गई है कि वे महीनों तक बिजली बिल भुगतान नहीं करते है. लेकिन अब चंद दिनों बाद जब तक आप मोबाइल की तरह अपने बिजली कनेक्शन को रिचार्ज नहीं करेंगे तब तक संभव है कि आपके घर में अंधेरा छाया रहेगा. दरअसल छत्तीसगढ़ में अब 60 लाख से अधिक घरों में स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने की तैयारी है.
मोबाइल की तरह रिचार्ज होगा स्मार्ट मीटर
स्मार्ट मीटर लगने के बाद हर माह रीडिंग और बिलिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी. मोबाइल की तरह रिचार्ज किया जा सकेगा. हालांकि इसके सिस्टम के संबंध में शीघ्र ही जानकारी एजेंसियों की ओर से प्रदान की जाएगी ताकि उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े. साथ ही ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि आधी रात बैलेंस खत्म होने पर भी पूरे घर की बिजली सप्लाई बंद नहीं होगी. घर के कुछ हिस्से की बिजली सुबह तक जलेगी. अगर अगले दिन पैसा नहीं पटा अथवा रिचार्ज नहीं कराया तो पूरी बिजली सप्लाई बंद हो जाएगी.