रायपुर जिले में सातों सीटों पर खिला कमल, छत्तीसगढ़ी हीरो अनुज शर्मा बने विधायक
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में 7 विधानसभा सीटें हैं। रायपुर उत्तर, रायपुर ग्रामीण, रायपुर दक्षिण, रायपुर पश्चिम, धरसींवा, अभनपुर और आरंग। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छह सीटें जीती थी। बीजेपी के खाते में सिर्फ एक सीट रायपुर दक्षिण की सीट आई थी, यहां बृजमोहन अग्रवाल जीते थे. वही इस बार छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में सातों सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जिले की 7 विधानसभा सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस का जिले से सूपड़ा साफ हो गया. इस जिले से अनुज शर्मा, पूर्व मंत्री राजेश मुनत और पूर्व गृह मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने जीत हासिल की. बृजमोहन अग्रवाल ने 67 हजार से अधिक मतों से रिकॉर्ड जीत हासिल की है.
- रायपुर उत्तर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा 23054 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रत्याशी कुलदीप जुनेजा को शिकस्त दी।
- रायपुर दक्षिण का किला भेद करने में कांग्रेस पार्टी एक बार फिर नाकाम हो गई है। रायपुर दक्षिण में चल रही गुरु व शिष्य की प्रतिष्ठा की लड़ाई में शिष्य ने आखिरकार बाजी मार ली। गुरु माने जा रहे कांग्रेस का प्रत्याशी महंत रामसुंदर दास का आशीर्वाद बीजेपी प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल को फला।
- भाजपा द्वारा धरसीवां में नए चेहरे पर दांव लगाना सही साबित हुआ है और भाजपा प्रत्याशी अनुज शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी छाया वर्मा को हराकर पहली बार विधायक बने। भाजपा के अनुज शर्मा ने कांग्रेस प्रत्याशी छाया वर्मा को 44343 वोटों से हराया। अनुज शर्मा को 107283 वोट मिले हैं।
- रायपुर ग्रामीण से भाजपा के मोतीलाल साहू ने कांग्रेस के पंकज शर्मा को हरा दिया है। भाजपा के मोतीलाल साहू ने 35 हजार वोटों से अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रत्याशी पंकज शर्मा को मात दी। मोतीलाल साहू को 113032 वोट मिले हैं।
- छत्तीसगढ़ में सबसे पहले नतीजा अभनपुर का आया। अभनपुर सीट से बीजेपी के इंद्रकुमार साहू 15 हजार वोट से जीत हासिल की। इंद्रकुमार ने पांच बार के विधायक और कांग्रेस के प्रत्याशी धनेंद्र साहू को शिकस्त दी।
- आरंग से भाजपा के खुशवंत सिंह ने जीत दर्ज की है। भाजपा के खुशवंत सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी कांग्रेस के प्रत्याशी शिवकुमार डहरिया को 16 हजार वोटों से हराया।
- पश्चिम विधानसभा में भाजपा के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने 10 साल पहले जो विकास कार्य कराए थे, उन विकास कार्यों के आगे पिछले पांच सालों में कांग्रेस के विधायक विकास उपाध्याय के कराए गए विकास कार्य फीके पड़ गए। इलाके की जनता ने मूणत के विकास कार्यों को याद करते हुए उन्हें प्रचंड बहुमत से जीत दिलाई। पिछले विधानसभा चुनाव में 2018 में राजेश मूणत को विकास उपाध्याय ने ही हराया था।