छत्तीसगढ़ में खूब गरजे कांग्रेस-भाजपा के कई केंद्रीय नेता, अब नतीजों का इंतजार
छत्तीसगढ़ में चुनाव की घोषणा होते ही स्टार प्रचारकों ने मोर्चा संभाला था । प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने स्वयं छह सभाएं की। गृह मंत्री अमित शाह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ वहीँ कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गाँधी और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी सभाओं में खूब गरजे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महासमुंद मुंगेली कांकेर और दुर्ग में बड़ी चुनावी सभाएं कीं। वहीं उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताबड़तोड़ रैलियां कीं। इस बार का विधानसभा चुनाव प्रदेश के लिए यादगार बन गया। राज्य बनने के बाद अब तक हुए चुनावों में इस बार रिकार्ड सभाएं आयोजित की गईं, जिनमें प्रधानमंत्री से लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों के कई केंद्रीय नेता शामिल थे। इस तरह लगभग 35 दिनों में 100 से अधिक सभाओं को एक करोड़ से अधिक लोगों ने सुना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महासमुंद, मुंगेली, कांकेर और दुर्ग में बड़ी चुनावी सभाएं कीं। गृह मंत्री अमित शाह ने राजनांदगांव, चंद्रपुर, बिलासपुर, बस्तर, जगदलपुर, कोंडागांव, कांकेर, कवर्धा, जशपुर आदि सीटों में गरजे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने अंतागढ़, डोंगरगांव, पंडरिया, कवर्धा, बिरगांव में सभा के साथ रोड-शो भी किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अंबिकापुर, बलौदाबाजार, बेमेतरा, जगदलपुर और खरिसया में सभा को संबोधित किया। प्रियंका गांधी 15 नवंबर को रायपुर में रोड-शो में शामिल हुईं। इसके अलावा उन्होंने कुरुद, बिलासपुर, बालोद और खैरागढ़ में रैलियों को संबोधित किया।
बता दें की इस चुनाव में करीब 59 फीसदी सीटों पर महिला वोटर्स का वर्चस्व रहा। 53 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। इनमें 23 आदिवासी के लिए रिजर्व सीटें हैं, जबकि 2 एससी वर्ग के लिए रिजर्व हैं। शेष 28 सीटें सामान्य वर्ग की हैं. बस्तर में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत अधिक रहता है जबकि मैदानी इलाकों में महिलाएं अपेक्षाकृत कम मतदान करती हैं. महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए दोनों ही पार्टियों ने महिलाओ पर दाव खेला है इसके तहत भाजपा ने महतारी वंदन योजना के तहत एलान किया था कि उनकी सरकार बनी तो प्रत्येक महिला को सालाना 12 हजार रुपये देगी। ठीक अगले दिन कांग्रेस ने घोषणा की कि उनकी सरकार आई तो हर महिला को 15 हजार रुपये सालाना मिलेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने भी कई सभाएं कीं। इन्होंने भी फूंकी जानभाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा सहित केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, स्मृति ईरानी सहित कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ताओं और पूर्व केंद्रीय नेताओं ने भी सभा में मोर्चा संभाला। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा ने सरकार के पांच सालों के काम को बताने के लिए ताबड़तोड़ रैलियां की।
बता दें कि विधानसभा चुनाव 2018 में भाजपा को 15 सीटें ही मिल पाई थीं, जबकि कांग्रेस को 68 सीटों के साथ भारी बहुमत मिला था। बाद में उपचुनाव के बाद यह आंकड़ा 71 पहुंच गया। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि हमने बूथ स्तर पर समीक्षा की है। अभी आंकड़ों पर नहीं जाते हुए इतना तो दावा है कि भाजपा सरकार बनाने जा रही है। परिणाम जो भी हों, बहरहाल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में काँटे की टक्कर बताई जा रही है। काँटे की टक्कर कहने में गुरेज़ भी नहीं होता क्योंकि यह तो हमेशा रहती ही है और दोनों पार्टियों को यह शब्द पसंद भी है। चुनाव परिणाम आने से पहले किसी को आगे या किसी को पीछे बता भी नहीं सकते। इसका कोई निश्चित पैमाना भी नहीं है। इसलिए फ़िलहाल सब के सब भ्रम में हैं और तीन दिसंबर तक भ्रम में ही रहें तो ज़्यादा अच्छा है।