भाजपा में है गुटबाजी-सीएम भूपेश, साव ने पूछा- पहले बताएं कि सीएम भूपेश कहां से लड़ेंगे चुनाव ?
छत्तीसगढ़ में सियासी बयानबाजी का दौर तेज हो गया. विधानसभा चुनाव के लिए आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक दल के बड़े नेता अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार को अपना पहला दौरा राजनांदगांव के डोंगरगढ़ से शुरू किया है। राजधानी रायपुर के हेलीपैड पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान सीएम भूपेश ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को लेकर तीखी बयानबाजी की। मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को लेकर कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज कुछ भी कहे लेकिन आज पार्टी में केवल रमन सिंह की चल रही है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तेजस्वी सूर्या के बीजेपी की सरकार बनाने आया हूं वाले बयान को लेकर कहा कि क्या सूर्या ने कर्नाटक में सरकार बना ली। सीएम ने कहा कि जहां से वह आते हैं वहां उनकी क्या दुर्गति हुई है, वह सभी ने देखी है। बीजेपी के द्वारा 2 साल के धान का बोनस नहीं दिए जाने को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि केंद्र सरकार से वह लगातार चिट्ठी लिखकर पूछ रहे हैं कि बोनस पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है। उन्होंने कहा कि यह बात रमन सिंह अपने केंद्रीय नेतृत्व को क्यों नहीं बताते। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने भूपेश सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने सरकार पर वादा खिलाफी करने का आरोप लगाया. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव ने प्रश्न उठाया है कि मुख्यमंत्री बघेल यह बताएं कि वह कहां से चुनाव लड़ेंगे? पाटन से चुनाव लड़ेंगे या कहीं और से अभी तक उनका ही सीट फाइनल नही हो पाया है.
कांग्रेस में चल रहा गुटीय संग्राम : साव
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष साव ने पलटवार कर कहा कि कांग्रेस का वह गृहयुद्ध जो अभी बंद कमरे में चल रहा है, वह पूरे छत्तीसगढ़ की सड़कों पर जरूर दिखेगा। कांग्रेस की महाभारत उसे ले डूबेगी। कांग्रेस के उम्मीदवारों के फाइनल होने में सबसे बड़ी बाधा यह भी है कि गुटीय संग्राम चल रहा है। सत्ता का सिरमौर बनने की लालसा में ये यह भूल रहे हैं कि इनका हवामहल ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर रहा है। इनका पर्दा उठने से पहले ही गिर गया है।
साव ने बघेल से आग्रह किया है कि वे बताएं कि पाटन से ही चुनाव लड़ेंगे या जगदलपुर जा रहे हैं, अथवा अपने लिए कोई और ऐसा ठिकाना खोज रहे हैं, जहां से विधानसभा पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि बघेल को पाटन से चुनाव हारने का आत्मबोध हो गया है, इसलिए पहले उनके लिए सुरक्षित सीट खोजे जा रहे हैं। इस चक्कर में कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची अधर में अटकी हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि बघेल के कारण कांग्रेस अन्य सीटों पर प्रत्याशी घोषित नहीं कर पा रही है। भाजपा के उम्मीदवार इंतजार कर रहे हैं कि मुकाबले में कांग्रेस उतरे, लेकिन कांग्रेस में तो उम्मीदवार चयन की बैठक में ही कांग्रेस सरकार के हुनरमंद खिलाड़ी बच्चों के खेल-खेल रहे हैं।