देश-दुनिया
पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को मुंहतोड़ जवाब देना है। सोशल मीडिया पर 'सिंदूर' शब्द को 'विनाशकारी दुश्मनों को भारी प्रतिशोध से बेअसर करने की रणनीतिक पहल' के तौर पर देखा जा रहा है। एक तरफ भारत और पाकिस्तान के बीच हालात युद्ध जैसे बन चुके हैं तो दूसरी तरफ देशभक्ति और बलिदान की मिसालें भी सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक भावुक कर देने वाला दृश्य महाराष्ट्र से सामने आया है, जिसने पूरे देश को गर्व और आंसुओं से भर दिया है। जवान मनोज पाटिल जिनकी शादी को अभी सिर्फ तीन दिन ही हुए थे अब सीमा पर देश की रक्षा के लिए तैनाती पर रवाना हो गए हैं। विदाई के समय उनकी पत्नी की आंखें नम थीं, लेकिन उनकी आवाज़ में गर्व और हौसले की गूंज थी। उन्होंने कहा की देश की रक्षा के लिए अपना सिंदूर भेज रही हूं…।
देश की रक्षा के लिए नव विवाहिता ने भेजा अपना सिंदूर..., पत्नी का बलिदान बना देश की मिसाल
Saturday, May 10, 2025
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पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को मुंहतोड़ जवाब देना है। सोशल मीडिया पर 'सिंदूर' शब्द को 'विनाशकारी दुश्मनों को भारी प्रतिशोध से बेअसर करने की रणनीतिक पहल' के तौर पर देखा जा रहा है। एक तरफ भारत और पाकिस्तान के बीच हालात युद्ध जैसे बन चुके हैं तो दूसरी तरफ देशभक्ति और बलिदान की मिसालें भी सामने आ रही हैं। ऐसा ही एक भावुक कर देने वाला दृश्य महाराष्ट्र से सामने आया है, जिसने पूरे देश को गर्व और आंसुओं से भर दिया है। जवान मनोज पाटिल जिनकी शादी को अभी सिर्फ तीन दिन ही हुए थे अब सीमा पर देश की रक्षा के लिए तैनाती पर रवाना हो गए हैं। विदाई के समय उनकी पत्नी की आंखें नम थीं, लेकिन उनकी आवाज़ में गर्व और हौसले की गूंज थी। उन्होंने कहा की देश की रक्षा के लिए अपना सिंदूर भेज रही हूं…।
यह सिर्फ एक वाक्य नहीं बल्कि एक नवविवाहित पत्नी का वो बलिदान है जो हर भारतीय के दिल को छू गया। उसकी कांपती आवाज़, आंखों में छलकते आंसू और चेहरे पर देश के लिए समर्पण का भाव ये दृश्य किसी फिल्म का नहीं, बल्कि आज के भारत की असल तस्वीर है। इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर भी धूम मचा दी है। लोग इस बहादुर महिला को झांसी की रानी की उपाधि दे रहे हैं और कह रहे हैं जब ऐसे घरों से वीर सपूत और वीरांगनाएं निकलती हैं तो कोई दुश्मन भारत की ओर आंख उठाकर नहीं देख सकता। देशभर से लोग इस जोड़े को सलाम कर रहे हैं और उनके साहस को नमन कर रहे हैं। यह कहानी सिर्फ एक परिवार की नहीं बल्कि हर उस भारतीय घर की है जो देश की मिट्टी को अपना धर्म मानता है।
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