छत्तीसगढ़ कांग्रेस में हारे नेताओं की टिकट पर फंसी पेंच, युवा चेहरे कर रहे चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी
कांग्रेस ने टिकट के लिए ब्लाक स्तर पर आवेदन लिया था। यहां से आए 2,790 आवेदनों की छंटनी के बाद 273 नाम पैनल में शामिल किए गए हैं। प्रदेश चुनाव समिति और स्क्रीनिंग कमेटी अब इन नामों को केंद्रीय चुनाव समिति के पैमाने पर कसने का काम कर रही है। उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि केंद्रीय चुनाव समिति ने हर सीट पर दावेदारों का पैनल तैयार करने के लिए एक फार्मेट भेजा है। उसके आधार पर सूची तैयार की जा रही है। तय फार्मेट में नाम नहीं जाने से दिक्कत यह होगी कि केंद्रीय चुनाव समिति सूची को लौटा सकती है। इस तरह की दिक्कत से बचने के लिए पूरी सावधानी बरती जा रही है।
प्रदेश में कांग्रेस के 71 विधायक हैं। टिकट तय करने वाली सभी कमेटियों ने माना कि जब प्रदेश में कांग्रेस के पक्ष में लहर थी, उस दौर में हारे नेताओं को मौका देना खतरे से खाली नहीं है। प्रदेश चुनाव समिति के एक पदाधिकारी ने बताया कि जिन सीटों पर कांग्रेस को हार मिली है, वहां दो से तीन दावेदार काफी मजबूत स्थिति में हैं। कांग्रेस की संचार समिति के अध्यक्ष और राज्य सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबे ने कहा कि 90 में से 40 सीटों पर नए चेहरे उतारे जाएंगे, इनमें 19 वो सीटें शामिल हैं, जहां कांग्रेस हारी और 21 वो सीटें है, जहां कांग्रेस के विधायक हैं।
छत्तीसगढ़ में युवा चेहरे कर रहे चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी- दरअसल, कांग्रेस के वर्तमान विधायक तो चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी कर ही रहे हैं. इसके साथ कांग्रेस विधायक के क्षेत्र के दूसरे कांग्रेस नेता भी दावेदारी कर रहे हैं. इसमें खासतौर पर युवा चेहरों ने अपनी दावेदारी ठोंकी है. रायपुर ग्रामीण विधानसभा में तो पिता की जगह बेटे ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए अपनी दावेदारी ठोक दिया है. इसके अलावा प्रदेशभर में यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के युवा नेताओं ज्यादातर जगहों में चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है.
रायपुर ग्रामीण में पिता की जगह बेटे ने दावेदारी ठोंकी - रायपुर ग्रामीण विधानसभा से सत्यनारायण शर्मा कांग्रेस सीनियर विधायक है. 7 बार के विधायक रहने के बावजूद इस बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है. उनकी जगह उनके बेटे पंकज शर्मा ने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन कर दिया है. लेकिन पंकज शर्मा के लिए टिकट पाना आसान नहीं होगा क्योंकि कांग्रेस एक और नेता विनोद तिवारी ने भी रायपुर ग्रामीण से सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ अपनी दावेदारी पेश कर दी है. विनोद तिवारी 27 साल से राजनीति में है और वर्तमान में छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड में डायरेक्टर के पद पर हैं.
टिकट घोषणा में जल्दबाजी नहीं दिखाएगी कांग्रेस- टिकट घोषणा में कांग्रेस जल्दबाजी दिखाने के मूड में नहीं है। बताया जा रहा है कि टिकट बंटने से पहले ही स्थानीय स्तर पर नाराजगी को दूर करने की कोशिश की जा रही है। हर दावेदार से प्रदेश चुनाव समिति के सदस्य वन टू वन मिल रहे हैं और उनके नाराजगी के तापमान को टटोल रहे हैं। इसके साथ ही शीर्ष नेतृत्व ने एकजुटता दिखाने की कवायद भी शुरू कर दी है।
इन सीटों पर नहीं हैं कांग्रेस के विधायक- रायपुर दक्षिण, राजनांदगांव, कुरुद, बिल्हा, जांजगीर-चांपा, धमतरी, वैशाली नगर, कोटा, मुंगेली, लोरमी, बेलतरा, मस्तुरी, पामगढ़, जैजैपुर, अकलतरा, रामपुर, भाटापारा, बलौदाबाजार, बिंद्रानवागढ़।