जी20- छत्तीसगढ़ पहुंचे विदेशी डेलीगेट्स का छत्तीसगढ़ी परंपरा से हो रहा स्वागत
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आगामी G20 बैठक के लिए पूरी तरह से तैयार। जी20 बैठक में शामिल होने विदेशी डेलिगेट्स का रायपुर आना शुरू हो चुका है। इन विदेशी मेहमानों का रायपुर एयरपोर्ट पर ठेठ छत्तीसगढ़िया अंदाज में स्वागत किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ी लुगरा पहनी युवतियों ने सभी को तिलक लगाकर छत्तीसगढ़िया गमछा पहनाया। एयरपोर्ट के बाहर करमा ददरिया नृत्य करते गीत गाते कलाकार नजर आए। छत्तीसगढ़ी परिधान में सजी युवतियां सभी मेहमानों को तिलक लगाकर और छत्तीसगढ़िया गमछा भेंट कर स्वागत किया। बैठक में 28 देशों के डेलीगेट्स शामिल हो रहे हैं। स्विट्जरलैंड, यूनाइटेड स्टेट, नीदरलैंड और जर्मनी सहित सभी सदसेय देशों के डेलिगेट्स रायपुर में होने वाले जी20 का बैठक में शिरकत करेंगे।
पूरे भारत में G-20 का सम्मेलन हो रहा है। इस क्रम में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 18-19 सितंबर को G-20 सम्मेलन होगा। इस संबंध में कई देशों के कार्य समूह की बैठक होगी। जी 20 के चौथे फ्रेमवर्क वर्किंग ग्रुप मीटिंग में भाग लेने दुनियाभर से आए प्रतिनिधि अपने साथ छत्तीसगढ़ की सुंदर स्मृतियों के साथ छत्तीसगढ़ी संस्कृति की चिन्हारी भी साथ लेकर जाएंगे। जी 20 के माध्यम से इस अनुपम छत्तीसगढ़ी संस्कृति का प्रचार-प्रसार हो सकेगा।
छत्तीसगढ़ की चिन्हारी गिफ्ट में वनोपजों से बनाए गए खास प्रोडक्ट पैक होंगे। मिलेट्स से बने कूकीज दिए जाएंगे। संयुक्त राष्ट्र संघ की ओर से इस वर्ष को मिलेट ईयर घोषित किया गया है। मिलेट्स कैफे बनने से छत्तीसगढ़ में मिलेट्स के प्रति जागरूकता बढ़ गई है। इसके साथ ही चिन्हारी के रूप उन्हें बस्तर आर्ट का उपहार भी दिया जाएगा। यहां ढोकरा कला से बनाई गई एक प्रतिमा फ्रेम में आबद्ध कर उन्हें प्रदान की जाएगी। इन मेहमानों को छत्तीसगढ़ के खास लजीज व्यंजन खाने भी परोसे जाएंगे। जिससे यहां के स्थानीय स्वाद और सुगंध की यादें मेहमानों के जेहन में बसा जायें।G20 समिट की बैठक के बाद छत्तीसगढ़ की यादगार स्मृतियों के साथ विदा करने की तैयारी है। विदेशी मेहमानों को स्थानीय संस्कृति से जुड़े पुरस्कार भेंट स्वरूप दिए जाएंगे। इनमें छत्तीसगढ़ की मशहूर हस्तशिल्प और मिलेट्स तथा वनोपज आदि से बने उत्पाद भी चयन किए गए हैं।