मुस्कुराइए आप मैनपाट में हैं, लुभाती है छत्तीसगढ़ के ‘मिनी तिब्बत’ की अप्रतिम सुंदरता - CGKIRAN

मुस्कुराइए आप मैनपाट में हैं, लुभाती है छत्तीसगढ़ के ‘मिनी तिब्बत’ की अप्रतिम सुंदरता


 मैनपाट को छत्तीसगढ़ का शिमला कहा जाता है।  छत्तीसगढ़ का एक हिल स्टेशन है।  खूबसूरत वादियों से घिरा हुआ है। मैनपाट छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले (सरगुजा जिला) में स्थित है। मैनपाट समुद्र सतह से 3781 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।  छत्तीसगढ़ का तिब्बत भी कहा जाता है, क्योंकि यहां पर तिब्बत लोग रहते हैं। यहां पर तिब्बत लोगों को कल्चर देखने के लिए मिलता है। यहां पर बौद्ध विहार देखने के लिए मिलते हैं, जो बहुत ही सुंदर बनाए गए हैं। यहां पर बौद्ध संत लोग रहते हैं और मेडिटेशन करते हैं।  छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में स्थित मैनपाट की वादियों में ठंड ही नहीं अब हर मौसम में पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। श्रीनगर, शिमला, मनाली जैसे परिचित हिल स्टेशनों की श्रेणी में यह स्थान तेजी से शामिल हो रहा है। इस वनाच्छादित पर्यटन स्थल पर रात में टेंट में रहने का रोमांच मिलता है तो तिब्बती फसल टाऊ के खेतों को निहारने और सेल्फी खींचने का सुख भी। छत्तीसगढ़ के उत्तरी हिस्से में स्थित मिनी तिब्बत यानी मैनपाट में खूबसूरत जलप्रपात और वर्षाकाल में रुई के फाहों की तरह गालों को छूकर निकलते बादल मन मोह लेते हैं। गर्मियों में दोपहर में भी बहती ठंडी हवा में हरियाली निहारना एक अलग ही अनुभूति है। मैनपाट वर्षाकाल में जितना सुंदर नजर आता है उससे भी ज्यादा आकर्षित ठंड में हो जाता है प्रकृति की अद्वितीय रचना मैनपाट घने वनों से आच्छादित छत्तीसगढ़ का सबसे खूबसूरत भूभाग है। इसे देखने हर किसी को मैनपाट तक आना ही होगा। अभी भी यहां ठंड है,शाम होते कड़ाके की ठंड से पर्यटक सिहर उठते हैं। गर्मी में दोपहर की ठंडी हवा खूब सुकून देती है। प्राकृतिक रूप से पूरा मैनपाट का पठार सिक्किम की खूबसूरत वादियों की तरह है। यहां पहुंचते ही हर सैलानी रोमांचित हो उठता है।

बता दें, जब तिब्बत में विद्रोह शुरू हुआ तो 1962 में तिब्बती शरणार्थियों को बसाने की बारी आई तो मैनपाट की आबोहवा को चुना गया। मैनपाट में तिब्बती शरणार्थियों की एक बड़ी आबादी न सिर्फ गुजर-बसर करती है बल्कि अपनी पूरी प्राकृतिक क्षमताओं के साथ मैनपाट को उसी तरह अपनाए हुए हैं जिस तरह मैनपाट ने तिब्बत की तरह स्वीकारा। वहीं, खूबसूरत छोटी-छोटी आंखों वाले तिब्बती समुदाय के लोग भी पर्यटकों को रोमांचित करते हैं। यहां सात अलग-अलग तिब्बती कैंप भी भ्रमण योग्य हैं। तिब्बती व्यंजनों का भी स्वाद लिया जा सकता है। बौद्धमठ, मंदिर भी यहां दर्शन के लिए हमेशा खुले रहते हैं। यहां चावल, दाल, सब्जी, चटनी के साथ पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद भी लिया जा सकता है।

यहां पहुंचते ही जगह-जगह लगे बोर्ड मुस्कुराइए आप मैनपाट में हैं, इस शब्द को चरितार्थ भी करते हैं। निश्चित रूप से यहां आकर आपको मुस्कुराना ही होगा। यहां बड़ी संख्या में पर्यटकों के पहुंचने के कारण रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं।  बेरोजगार युवाओं ने तंबू लगा रखा है जहां लोग रात बिताते हैं।शासकीय मोटल के साथ कई निजी होटल खुल रहे हैं। यहां के पठार में तिब्बती फसल टाऊ की खेती हजारों हेक्टेयर में की जाती है,यह भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है। इसके फूलों की मादकता पर्यटकों को बरबस ही आकर्षित करती है। यहां पहुंचने वाले लोग टाऊ फसल में फोटो खिंचाने लंबे समय तक फसल के बीच नजर आते हैं।

उल्टा पानी जहां विज्ञान का चमत्कार देखें

मैनपाट में उल्टा पानी ऐसा स्थल है जो विज्ञान का चमत्कार भी दिखाता है। यहां नीचे से पहाड़ की ऊपरी दिशा की ओर पानी बहता है जिसे देख आप सभी रोमांचित हो जाएंगे। गुरुत्वाकर्षण का अद्भुत नजारा यहां देखने को मिलता है। यही नहीं उल्टा पानी से लगी सड़क पर चुंबकीय प्रभाव के कारण न्यूट्रल चार पहिया वाहन ढाल में लुढ़कने के बजाए ऊपर की ओर चलने लगती है। उल्टा पानी में पानी का उद्गम  एक पेड़ के पास पत्थर के नीचे से हुआ है और यह पानी आगे की तरफ 185 मीटर चल कर नीचे नाली भी तरफ बह जाता है। देखने में ऐसा प्रतीत होता है कि पानी नीचे से ऊपर की तरह बह रहा है। उल्टा पानी पर एक और अजूबा होता है। यहां पर गाड़ी को अगर न्यूट्रल में खड़ी कर दी जाए, तो गाड़ी अपने आप खुद आगे बढ़ती है और कुछ दूरी पर जाकर रुक जाती है। यहां पर चुंबकीय क्षेत्र है, जिससे गाड़ी अपने आप आगे बढ़ती है। 

जलजली जहां हिलती है धरती

मैनपाट का जलजली जहां पहुंच कर रोमांच का अद्भुत अनुभव होता है। यहां छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग भी उछल कूद करने लगते हैं। यहां की धरती डोलती है। झूले की तरह धरती हिलने लगती है। जहां उछल कूद कर खूब मौज मस्ती लोग करते हैं। साल के घने जंगलों के बीच यह जलजली मैनपाट के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। खासकर मैनपाट से 22 किलोमीटर दूर परपटिया में वर्षा और ठंड के दौरान घना कोहरा व धुंध खूबसूरत दृश्य निर्मित करता है। गर्मी की शाम आसमान पर लालिमा लिए होती है जिसे पर्यटक अपने कैमरे में कैद करने को आतुर रहते हैं।

एप्पल गार्डन मैनपाट - 

एप्पल को कश्मीर में उगते हुए देखा होगा। मगर आप मैनपाट आकर भी एप्पल को उगता हुआ देख सकते हैं। यहां पर एप्पल के पौधे देखने के लिए मिलते हैं। इसके अलावा बहुत सारे पौधे यहां पर लगाए गए हैं। यहां पर आलू की विभिन्न प्रकार लगाए गए हैं। नाशपाती, चेरी, स्ट्रॉबेरी, अमरूद, अनार यहां पर लगाए गए हैं और यहां पर विभिन्न प्रकार के फूलों वाले पौधे भी लगाए गए हैं। यहां पर आपको पेड़ पौधों से जुड़ी हुई और नर्सरी से जुड़ी हुई बहुत सारी जानकारी मिलती है। अगर आप पेड़ पौधों से संबंधित जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको यहां पर विजिट जरूर करना चाहिए। यह इंदिरा गांधी कृषि विद्यालय में लगाए गए हैं। 

फिश प्वाइंट मैनपाट - 

फिश प्वाइंट मैनपाट की एक सुंदर जगह है। यहां पर आपको दो वाटरफॉल देखने के लिए मिलते हैं। दोनों वाटरफॉल का डायरेक्शन अलग अलग है। दोनों ही वॉटरफॉल बहुत ऊंचाई से नीचे गिरते हैं और बहुत सुंदर लगते हैं। यहां पर एक स्टॉप डैम भी बना हुआ है। यहां पर बरसात के समय बहुत अच्छा लगता है, क्योंकि पानी की मात्रा ज्यादा रहती है। यहां बरसात और ठंड के समय घूमने के लिए आया जा सकता है। गर्मी के समय यहां पर पानी नहीं रहता है। यह जगह चारों तरफ जंगल से घिरी हुई है और यहां पर चट्टानों है। आप चट्टानों में आप घूम सकते हैं और यहां पर आकर अच्छा लगता है।

मेहता पॉइंट मैनपाट 

मेहता पॉइंट मैनपाट का एक सुंदर स्थल है। यहां पर सूर्यास्त का सुंदर दृश्य देखा जा सकता है। यहां पर शाम के समय आकर सूरज को डूबते हुए देखना बहुत ही अच्छा लगता है। मैनपाट मे मेहता पॉइंट में व्यूप्वाइंट बनाया गया है, जहां से पूरी वादियों का दृश्य देखने के लिए मिलता है। यहां पर दूर-दूर तक फैला हुआ जंगल का सुंदर दृश्य देखने के लिए मिलता है। आप यहां पर आ कर घूम सकते हैं। यहां पर ठहरने के लिए रेस्टोरेंट भी है। यहां पर आप आकर कैंपिंग भी कर सकते हैं। 

जलपरी वाटरफॉल मैनपाट -

जलपरी वॉटरफॉल मैनपाट का एक सुंदर सा जलप्रपात है। यह जलप्रपात छोटा है और यह एक कुंड पर गिरता है। यह जलप्रपात घने जंगल के अंदर स्थित है। इस जलप्रपात में अगर आप जाते हैं, तो आप यहां पर किसी लोकल व्यक्ति के साथ जाए, क्योंकि जंगल में आप रास्ता भटक सकते हैं। यह जलप्रपात फिश पॉइंट से करीब 3 किलोमीटर दूर है। यह जलप्रपात बहुत खूबसूरत है। 

टाइगर पॉइंट मैनपाट -

टाइगर पॉइंट मैनपाट की एक सुंदर जगह है। इस जगह को टाइगर पॉइंट इसलिए कहा जाता है, क्योंकि यहां पर लोगों के अनुसार बहुत बार टाइगर को देखा जा चुका है। यहां पर आपको एक सुंदर झरना देखने के लिए मिलता है। यह झरना 30 मीटर की ऊंचाई से नीचे गिरता है और यह झरना बहुत ही सुंदर लगता है। 

झरने के नीचे की तरफ जाने के लिए सीढ़ियां बनी हुई है। सीढ़ियों से झरने के नीचे जाया जा सकता है और घुमा जा सकता है। टाइगर पॉइंट में बहुत सारी छोटी-छोटी दुकानें हैं, जहां पर खाने के लिए बहुत सारा सामान मिलता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा समय बिताया जा सकता है। यहां पर झरने के नीचे नहाने का मजा भी लिया जा सकता है। यहां पर बहुत सारे बंदर देखने के लिए मिलते हैं। यह जगह बहुत सुंदर है।  

ऐसे पहुंचें मैनपाट - देश की राजधानी दिल्ली से हवाई जहाज के माध्यम से सीधे छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचा जा सकता है। रायपुर से दुर्ग-अंबिकापुर ट्रेन व चारपहिया के साथ कई लक्जरी बसों से 350 किलोमीटर की यात्रा तय कर अंबिकापुर शहर में आकर टैक्सियों के माध्यम से भी सीधे मैनपाट जाया जा सकता है।

अंबिकापुर शहर से मैनपाट 40 किलोमीटर की दूरी पर है। दिल्ली से सीधे वाराणसी हवाई जहाज से आया जा सकता है। बनारस से भी अंबिकापुर की दूरी 350 किलोमीटर है। उत्तर छत्तीसगढ़ के ऊंचाई पर बसे मैनपाट पहुंचने के बाद 10 से 22 किलोमीटर के अंदर स्थित कई पर्यटन स्थलों तक पहुंचा जा सकता है। सभी स्थलों तक पहुंचने के लिए अच्छी पक्की सड़कें बन चुकी हैं।

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