पंचायत सचिवों ने एक सूत्रीय मांग को लेकर कल से करेंगे काम बंद कलम बंद
बोले- वादा कर भूल गई सरकार
पंचायत सचिव संघ द्वारा एक सुत्रीय मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का एलान कर दिया है।पंचायत सचिवों का एक सूत्रीय मांग परीविक्षा अवधि पश्चात् शासकीयकरण की घोषणा नहीं करने के कारण कल यानी 16 मार्च से काम बन्द कलम बन्द कर हड़ताल करेंगे।
छत्तीसगढ़ के ग्राम पंचायतों के सचिव 16 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। पंचायत सचिवों का कहना है कि दो साल की परीक्षा अवधिक के बाद शासकीयकरण करने की बात कही गई थी, लेकिन सरकार वादा कर भूल गई है। अन्य कर्मचारियों को जो लाभ मिल रहे हैं पुरानी पेंशन, क्रमोन्नति, ग्रेच्युटी वह सब उन्हें भी मिलना चाहिए। इसे लेकर कई बार ज्ञापन दिया। वार्ता हुई, लेकिन आश्वासन से आगे बात नहीं बढ़ी।
छत्तीसगढ़ के 10 हजार 568 ग्राम पंचायत सचिव 16 मार्च से कलमबंद काम बंद आंदोलन करेंगे। शासकीयकरण करने की एक सूत्रीय मांग को लेकर पंचायत सचिव हड़ताल पर रहेंगे। इसके कारण गोठान के गोबर की खरीदी, जन्म से लेकर मृत्यु प्रमाणपत्र बनाने के काम, हितग्राहियों को पेंशन भुगतान, मनरेगा समेत 29 विभागों के काम प्रभावित होंगे। पंचायत सचिव संघ छत्तीसगढ़ के प्रांताध्यक्ष तुलसी साहू ने बताया, एक अरसे से पंचायत सचिव को शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग शासन से करते आ रहे हैं। 2020 में पंचायत सचिवों की हड़ताल के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मांग को जायज बताते हुए दिसंबर 2021 में प्रदेशभर के सभी पंचायत सचिवों के शासकीय करण का वादा किया था, यह वादा आज तक पूरा नहीं हुआ। इससे प्रदेशभर के पंचायत सचिव नाराज हैं।
छत्तीसगढ़ ग्राम पंचायत सचिव संघ राजनांदगांव के अध्यक्ष रामदुलार साहू ने बताया कि हमारी एक ही मांग है कि दो वर्ष परीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण किया जाए। इसी को लेकर हम लोग 16 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ जिला एमसीबी के अध्यक्ष धनेश्वर राय ने जानकारी देते हुए बताया कि पंचायत सचिवों का 1 सूत्रीय मांग परिवीक्षा अवधि पश्चात शासकीयकरण की घोषणा नहीं करने के कारण छत्तीसगढ़ प्रांतीय सचिव संघ के आवाहन पर 16 मार्च से काम बंद कलम बंद अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने का निर्णय लिया गया है।