कई निजी अस्पताल बंद होने के कगार पर, खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना और आयुष्मान का नही हो रहा भुगतान
खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना और आयुष्मान का भुगतान नहीं होने के कारन से कई निजी अस्पताल बंद होने के कगार पर खड़ा है. पत्र में यह भी लिखा गया है कि, योजना से जुड़े रायपुर सहित छत्तीसगढ़ राज्य के अस्पतालों को पिछले 10 महीने से अनियमित अपारदर्शी और खंडित भुगतान किया जा रहा है. इससे पहले भुगतान की स्थिति संतोषजनक कही जा सकती थी. विषम परिस्थिति के भुगतान के कारण राज्य के लगभग सभी प्राइवेट अस्पतालों को अस्पताल संचालन में गंभीर आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है .
IMA के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने राजधानी के प्राइवेट अस्पताल संचालकों की ओर कलेक्टर को पत्र लिखा है। जिसमे उल्लेख है कि आयुष्मान भारत योजना और डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना जन लोकप्रिय स्वास्थ्य सुविधा योजना है, इस योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सहायताओं को राज्य में सुदूर अंचल तक पहुंचाने के लिए 80% अशासकीय अस्पतालों की सहभागिता है, लेकिन इसका भुगतान समय पर ना होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
पत्र में यह भी उल्लेख है कि योजना से जुड़े रायपुर सहित छत्तीसगढ़ राज्य के अस्पतालों को पिछले 10 महीने से अनियमित, अपारदर्शी और खंडित भुगतान किया जा रहा है। इससे पहले भुगतान की स्थिति संतोषजनक कही जा सकती थी। विषम परिस्थिति के भुगतान के कारण राज्य के लगभग सभी प्राइवेट अस्पतालों को अस्पताल संचालन में गंभीर आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है। ऐसे में स्टाफ और डॉक्टरों के भुगतान, लोन के किश्त और दवाई के भुगतान में विलम्ब से अस्पताल बंद होने के कगार पर आ गए हैं। इस समस्या से अवगत करते हुए कलेक्टर से जिले के निजी अस्पतालों का भुगतान समय पर करवाने का अनुरोध किया गया है।
IMA द्वारा यही पत्र संचालक स्वास्थ्य सेवाएं एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी आयुष्मान भारत एवं डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना, नवा रायपुर, इंद्रावती भवन को भी लिखा गया है।
स्टाफ, डॉक्टरों की तनख्वाह, लोन की किस्त और दवाई के भुगतान में कई माह का विलंब होने के कारण कई अस्पतालों के बंद होने की स्थिति आ रही है. आयुष्मान भारत योजना और डॉ खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना से गरीब मरीजों का इलाज निर्बाध गति से हो, इसके लिए त्वरित और पारदर्शी भुगतान की स्थिति सुनिश्चित करने में सार्थक पहल करें.