छत्तीसगढ़ के बिल्हा की महिलाएं समाज को दे रही नई सोच, मन की बात में पीएम मोदी ने की सराहना - CGKIRAN

छत्तीसगढ़ के बिल्हा की महिलाएं समाज को दे रही नई सोच, मन की बात में पीएम मोदी ने की सराहना

छत्तीसगढ़ के बिल्हा की महिलाओं को भी पीएम ने सराहा, जिन्होंने कचरा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेकर शहर की तस्वीर ही बदल दी.

 

पीएम मोदी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 124वें एपिसोड का प्रसारण हुआ. मन की बात के दौरान पीएम मोदी ने बिल्हा के महिलाओं की जमकर तारीफ की. उन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में किए गए महिला समूहों के प्रयासों को एक प्रेरणादायक उदाहरण बताया. उन्होंने बिल्हा की महिलाओं का जिक्र करते हुए कहा कि कैसे स्थानीय महिलाओं ने कचरा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेकर पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदल दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' के 124वें एपिसोड को संबोधिक करते हुए कहा कि 'स्वच्छ भारत मिशन' जल्द ही अपने 11 साल पूरे करने जा रहा है, लेकिन इसकी ताकत और जरूरत आज भी उतनी ही बनी हुई है. कभी-कभी कुछ लोगों को कोई काम असंभव सा लगता है. वे सोचते हैं, क्या यह संभव भी होगा? लेकिन जब पूरा देश एक सोच पर एकजुट हो जाता है, तो असंभव भी संभव हो जाता है. 'स्वच्छ भारत मिशन' इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 124वें एपिसोड में एक बार फिर 'स्वच्छता' पर जोर दिया. इस मौके पर उन्होंने छत्तीसगढ़ के बिल्हा की महिलाओं की सराहना की. पीएम मोदी ने कहा कि यह टीम 200 महिलाओं की है जो 17 पार्कों की सफाई करने के साथ-साथ लोगों में जागरूकता भी फैला रही हैं. शहर के 17 पार्कों की एक साथ सफाई करना और कपड़े के थैले बांटना, उनका हर कदम एक संदेश है. ऐसे ही प्रयासों की बदौलत भोपाल अब स्वच्छ सर्वेक्षण में काफी आगे बढ़ा है. 

उन्होंने बताया कि इन 11 सालों में यह मिशन एक जन आंदोलन बना है. लोग इसे अपना कर्तव्य मानते हैं और यही असली जनभागीदारी है. पीएम मोदी ने कहा कि देशभर के शहर और कस्बे अपने-अपने पर्यावरण और जरूरतों के अनुसार स्वच्छता के अनूठे तरीकों को अपना रहे हैं. इस साल देश के 4500 से ज्यादा शहर और कस्बे, इसमें शामिल हुए.15 करोड़ से ज्यादा लोगों ने इसमें हिस्सा लिया. यह कोई मामूली संख्या नहीं है. यह स्वच्छ भारत की आवाज है.

प्रधानमंत्री ने कई स्थानों के उदाहरण देते हुए बताया, 'उत्तराखंड के कीर्तिनगर के लोग पहाड़ों में कचरा प्रबंधन की नई मिसाल कायम कर रहे हैं. इसी तरह मंगलुरु में तकनीक की मदद से जैविक कचरा प्रबंधन किया जा रहा है. अरुणाचल प्रदेश में रोइंग नाम का एक छोटा सा शहर है. एक समय था, जब कचरा प्रबंधन वहां के लोगों के स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चुनौती थी. वहां के लोगों ने इसकी जिम्मेदारी ली. 'ग्रीन रोइंग इनिशिएटिव' शुरू किया गया और फिर रीसाइकिल किए गए कचरे से एक पूरा पार्क तैयार किया गया..

बिल्हा की महिलाओं ने आदर्श मॉडल पेश किया: 

पीएम मोदी ने कहा कि बिल्हा की महिलाओं ने साफ सफाई के क्षेत्र में आदर्श मॉडल पेश किया है. यहां की महिलाएं कचरे का वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन, जागरूकता अभियान और सामुदायिक भागीदारी के जरिए साफ सफाई का काम करती हैं. इन्होंने इसे देश के लिए एक आदर्श मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया है. प्रधानमंत्री द्वारा इस मंच पर छत्तीसगढ़ का नाम लिए जाने से स्थानीय स्तर पर उत्साह का माहौल है और यह राज्य के लिए गौरव की बात है. मुख्यमंत्री निवास में आज मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में मन की बात कार्यक्रम को सीएम और अन्य नेता सुनते नजर आए. इस मौके पर छत्तीसगढ़ बीजेपी के अनेक नेता मौजूद रहे.

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