सुशासन तिहार में समर कैंप, ग्रामीण युवाओं को नई दिशा
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में गर्मी की छुट्टियों के दौरान ग्रामीण युवाओं के लिए एक अनूठा और प्रेरणादायक प्रयास शुरू हुआ है, जिसका नाम है, 'सुशासन तिहार समर कैंप'. ग्रामीणों का कहना है कि बलौदाबाजार जिला प्रशासन की यह अभिनव पहल ग्रामीण अंचल के बच्चों और किशोरों को सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि जीवन निर्माण से जुड़ी जरूरी चीजें सिखा रही है. यह समर कैंप 16 मई से 31 मई 2025 तक चल रहा है. हर ग्राम पंचायत में लगभग 100 बच्चों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कुल मिलाकर 600 से ज्यादा बच्चे इस शिविर से लाभान्वित हो रहे हैं. शिविर में शामिल छात्र-छात्राएं 8वीं से 12वीं कक्षा तक के हैं, जिन्हें प्रतिदिन सुबह 2 घंटे की ट्रेनिंग दी जाती है.
आत्मरक्षा, योग और जुंबा से लेकर साइबर सुरक्षा तक: शिविर में बच्चों को मार्शल आर्ट्स, योग, ज़ुम्बा, ध्यान, साइबर क्राइम अवेयरनेस, करियर काउंसलिंग, और विधिक जागरूकता जैसे विषयों में प्रशिक्षित किया जा रहा है. हर विषय के लिए प्रशिक्षित विशेषज्ञों की टीम तैनात है, जो बच्चों को प्रैक्टिकल और दिलचस्प तरीके से सिखा रही है. प्रशासनिक नेतृत्व और संगठनात्मक सहयोग ने दिया ठोस आधार: बलौदाबाजार कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा समर कैंप आयोजित किया जा रहा है. कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा विभाग, खेल एवं युवा कल्याण विभाग, और स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लीडर स्किल काउंसिल की अहम भूमिका है। आयोजन को काउंसिल फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट के सहयोग से संचालित किया जा रहा है. शिविर संचालन में डॉ. मयूर गुप्ता (सीईओ एवं सलाहकार), तहसीन जाहिद, गगनदीप ओबेरॉय और सुप्रिया कुकरती की टीम ने विशेष भूमिका निभाई है.
बच्चों में उत्साह, अभिभावकों ने जताया आभार: शिविर में भाग ले रहे बच्चों में उत्साह देखते ही बनता है. बच्चे रोज तय समय पर पहुंचते हैं, पूरी लगन से सीखते हैं और खुद को पहले से ज्यादा आत्मनिर्भर महसूस कर रहे हैं. वहीं, अभिभावकों ने भी जिला प्रशासन का आभार जताया है. पहली बार हमारे गांव के बच्चों को इतने बड़े स्तर पर और इतनी उपयोगी ट्रेनिंग दी जा रही है. ये शिविर बच्चों के व्यक्तित्व को नई दिशा देगा-ग्रामीण यह सिर्फ एक समर कैंप नहीं बल्कि बच्चों के आत्मविश्वास, अनुशासन और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने की एक ठोस कोशिश है
बच्चे और अभिभावक खुश: योग प्रशिक्षक ललित साहू बताया कि "गांव के बच्चों में सीखने की जबरदस्त ललक है. वे हर रोज अनुशासन के साथ शिविर में आते हैं और योग के विभिन्न आसनों को बड़े मनोयोग से सीखते हैं. योग सिर्फ शरीर को स्वस्थ नहीं करता, यह मन और आत्मा को भी संतुलित करता है.'' ललित साहू के मुताबिक इस कैंप के माध्यम से बच्चों में आत्मविश्वास और एकाग्रता बढ़ रही है, जो उनके शैक्षणिक और व्यक्तिगत जीवन में बहुत काम आएगा. जिला प्रशासन की यह पहल वास्तव में सराहनीय है, जो ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने का मंच दे रही है