छत्तीसगढ़
पाटन
पाटन - उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र सांकरा पाटन में BASF इंडिया लिमिटेड एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में कृषि रसायनों के उचित उपयोग एवं उसके प्रबंधन के उपाय के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके थीम- सकुशल घर लौटे देश के रत्न(कृषक) कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अंसार नदाफ एवं उनके टीम ने कृषि रसायनो की उचित उपयोग एवं उसके प्रबंधन के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी दिए, उन्होंने 9 आसान तरीके बताएं जैसे कृषि रसायन हमेशा ऑथराइज्ड शॉप से लेना चाहिए,कृषि रसायन को अलग-अलग बैग में रखना चाहिए खाने वाले सामानों के साथ एक ही थैलों में नहीं रखना चाहिए, रसायनो का भंडारण बच्चों एवं जानवरों से दूर रखनी चाहिए, प्रोडक्ट लेबल एवं उसकी पर्ची को अच्छे से पढ़ना चाहिए, घोल बनाते समय लकड़ी से घूमना चाहिए या दस्ताने पहनकर घोल बनाना चाहिए, स्प्रे करने से पहले स्प्रेयर और नोजल की जांच कर लेना चाहिए ,निजी सुरक्षा उपकरण जैसे चश्मा, दस्ताना, सेफ्टी किट पहन कर कृषि रसायनों का छिड़काव करना चाहिए,कीटनाशकों का छिड़काव करते समय खाना, पीना एवं धूम्रपान नहीं करना चाहिए, छिड़काव हमेशा सुबह या शाम को करना चाहिए हवा की तेज रफ्तार होने पर छिड़काव ना करें,कृषि रसायनो के छिड़काव के बाद बोतल एवं पॉलिथीन को सुरक्षित जगह में रखें या जमीन में दबा दे, पानी एवं मवेशी के सपंर्क से बचाएं, कृषि रसायनों के छिड़काव के बाद अच्छे से नहा कर पूरा कपड़ा अच्छे से धोकर धूप में अच्छे से सुखाए,कृषि रसायनों का उचित उपयोग एवं रखरखाव नहीं करने से मनुष्यो,जानवरों के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हैं एवं एग्रो केमिकल्स के उचित उपयोग नहीं करने से विभिन्न लक्षण दिखाई देते हैं जैसे आंख का जलना शरीर में खुजली, सर दर्द,थकान, सांस का फूलना आदि लक्षण है लक्षण दिखाई देने के तुरंत बाद प्राथमिक उपचार के लिए डॉक्टर के पास कृषि रसायन के प्रोडक्ट लेवल एवं उसके पर्ची लेकर जाएं ,हाथों को 15 मिनट रनिंग वाटर में धोए, खाली जगह में जाकर शुद्ध ताजी हवा ले इत्यादि। कार्यक्रम के अध्यक्षता डॉक्टर अमित दीक्षित,अधिष्ठाता ने किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने कृषि रसायनों से संबंधित विभिन्न प्रश्न विशेषज्ञों से पूछे एवं उनकी जानकारी प्राप्त किए,कार्यक्रम डॉक्टर गागेंद सिंह राजपूत, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में सफल हुआ।।
उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय सांकरा के विद्यार्थियों ने सिखा कृषि रसायनों की उचित उपयोग एवं प्रबंधन के उपाय
Monday, July 1, 2024
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पाटन - उद्यानिकी महाविद्यालय एवं अनुसंधान केंद्र सांकरा पाटन में BASF इंडिया लिमिटेड एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वाधान में कृषि रसायनों के उचित उपयोग एवं उसके प्रबंधन के उपाय के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसके थीम- सकुशल घर लौटे देश के रत्न(कृषक) कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अंसार नदाफ एवं उनके टीम ने कृषि रसायनो की उचित उपयोग एवं उसके प्रबंधन के तरीके के बारे में विस्तार से जानकारी दिए, उन्होंने 9 आसान तरीके बताएं जैसे कृषि रसायन हमेशा ऑथराइज्ड शॉप से लेना चाहिए,कृषि रसायन को अलग-अलग बैग में रखना चाहिए खाने वाले सामानों के साथ एक ही थैलों में नहीं रखना चाहिए, रसायनो का भंडारण बच्चों एवं जानवरों से दूर रखनी चाहिए, प्रोडक्ट लेबल एवं उसकी पर्ची को अच्छे से पढ़ना चाहिए, घोल बनाते समय लकड़ी से घूमना चाहिए या दस्ताने पहनकर घोल बनाना चाहिए, स्प्रे करने से पहले स्प्रेयर और नोजल की जांच कर लेना चाहिए ,निजी सुरक्षा उपकरण जैसे चश्मा, दस्ताना, सेफ्टी किट पहन कर कृषि रसायनों का छिड़काव करना चाहिए,कीटनाशकों का छिड़काव करते समय खाना, पीना एवं धूम्रपान नहीं करना चाहिए, छिड़काव हमेशा सुबह या शाम को करना चाहिए हवा की तेज रफ्तार होने पर छिड़काव ना करें,कृषि रसायनो के छिड़काव के बाद बोतल एवं पॉलिथीन को सुरक्षित जगह में रखें या जमीन में दबा दे, पानी एवं मवेशी के सपंर्क से बचाएं, कृषि रसायनों के छिड़काव के बाद अच्छे से नहा कर पूरा कपड़ा अच्छे से धोकर धूप में अच्छे से सुखाए,कृषि रसायनों का उचित उपयोग एवं रखरखाव नहीं करने से मनुष्यो,जानवरों के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता हैं एवं एग्रो केमिकल्स के उचित उपयोग नहीं करने से विभिन्न लक्षण दिखाई देते हैं जैसे आंख का जलना शरीर में खुजली, सर दर्द,थकान, सांस का फूलना आदि लक्षण है लक्षण दिखाई देने के तुरंत बाद प्राथमिक उपचार के लिए डॉक्टर के पास कृषि रसायन के प्रोडक्ट लेवल एवं उसके पर्ची लेकर जाएं ,हाथों को 15 मिनट रनिंग वाटर में धोए, खाली जगह में जाकर शुद्ध ताजी हवा ले इत्यादि। कार्यक्रम के अध्यक्षता डॉक्टर अमित दीक्षित,अधिष्ठाता ने किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने कृषि रसायनों से संबंधित विभिन्न प्रश्न विशेषज्ञों से पूछे एवं उनकी जानकारी प्राप्त किए,कार्यक्रम डॉक्टर गागेंद सिंह राजपूत, राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी के मार्गदर्शन में सफल हुआ।।
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