छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण के चुनाव में कई नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर, राजधानी में होगा रोचक मुकाबला
दूसरे चरण की 70 सीटों पर कुल एक करोड़ 63 लाख 14 हजार 479 पात्र मतदाता हैं, जो कि 19,000 हजार से अधिक बूथों में मतदान करेंगे।70 विधानसभा क्षेत्रों में नाम वापसी के बाद अब 958 प्रत्याशी चुनावी मैदान पर हैं। इससे पहले नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद कुल 1066 प्रत्याशियों के नामांकन मान्य पाए गए थे, जबकि दूसरे चरण के नामांकन के अंतिम दिन 30 अक्टूबर तक कुल 1219 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था।वहीँ छत्तीसगढ़ विधानसभा के दूसरे चरण में 253 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इस सूची में डिप्टी सीएम वरिष्ठ कांग्रेसी टीएस सिंहदेव 447 करोड़ के साथ शीर्ष पर हैं। वही बात करें बैकुंठपुर भरतपुर-सोनहत के मौजूदा विधायक गुलाब कमरो की तो उसकी संपत्ति 5 वर्षों में 5 लाख रुपए से बढ़कर 1.85 करोड़ रुपए हो गई है। विधायक की संपत्ति 5 साल में लगभग 37 गुना की बढ़ोत्तरी हो गई. वहीँ केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह की संपत्ति 30 करोड़ से भी ज्यादा की है। इनके पास जमीन, वाहन, दुकान भी हैं।
रायपुर दक्षिण- सीट से 1990 से लगातार सातवीं बार विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को आठवीं जीत से रोकने के लिए कांग्रेस ने दूधाधारी मठ के मठाधीश महंत रामसुंदर दास को मैदान में उतारा है। शहर में दोनों नेताओं की अच्छी पकड़ होने के नाते मुकाबला दिलचस्प है। समर्थकों का मानना है कि इस बार मुकाबला काफी करीबी होगा।
रायपुर पश्चिम- भाजपा के पूर्व मंत्री रहे राजेश मूणत और कांग्रेस से वर्तमान विधायक विकास उपाध्याय आमने-सामने हैं। पिछले चुनाव में मूणत की लगातार तीन जीत का क्रम तोड़ते हुए विकास ने सफलता हासिल की थी। संसदीय सचिव विकास क्षेत्र में सक्रियता के चलते लोकप्रिय हैं।
रायपुर ग्रामीण- विधायक पिता की जगह बेटे को मौका
कांग्रेस ने सात बार के विधायक 80 वर्षीय सत्यनारायण शर्मा की जगह बेटे पंकज शर्मा को यहां से उतारा है। 1985 में पहली बार चुने गए सत्यनारायण इस सीट से सिर्फ एक बार 2008 में हारे थे। उनके बेटे पंकज भी दो दशक से अधिक समय से संगठन से जुड़े हैं। भाजपा ने पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मोतीलाल साहू को उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। यहां ओबीसी मतदाता निर्णायक हैं।
रायपुर उत्तर : सिंधी समाज की नाराजगी में उलझी कांग्रेस
कांग्रेस ने लगातार तीसरी बार कुलदीप जुनेजा को टिकट देकर सिंधी समाज की नाराजगी मोल ले ली है। नाराज अजीत कुकरेजा बागी होकर मैदान में हैं। वहीं, भाजपा ने छत्तीसगढ़ सर्व उड़िया समाज के प्रदेश अध्यक्ष पुरंदर मिश्रा पर दांव खेलकर जुनेजा को घेरने की कोशिश की है। समाजसेवी की छवि वाले पुरंदर के उड़िया समाज के मतदाताओं की अच्छी-खासी संख्या है।
धरसींवा- कांग्रेस ने विधायक अनीता योगेंद्र शर्मा का टिकट काटकर पूर्व राज्यसभा सदस्य छाया वर्मा को उतारा है। उनके मुकाबले में भाजपा ने छत्तीसगढ़ी फिल्मों के सितारे पद्मश्री अनुज शर्मा की लोकप्रियता को भुनाने की कोशिश की है।
आरंग : भाजपा की घेरेबंदी में फंसे मंत्री शिव कुमार डहरिया
इस बार मंत्री शिवकुमार डहरिया की राह आसान नहीं है भाजपा ने उनके खिलाफ सतनामी समाज के धर्मगुरु बालदास के पुत्र गुरु खुशवंत सिंह को मैदान में उतारा है। गुरु बालदास पहले कांग्रेस में थे। वह इसी साल भाजपा के पाले में आए और बेटे को टिकट दिलाने में भी सफल रहे। क्षेत्र में सतनामी मतदाताओं का अच्छा प्रभाव है।
इन सीटों पर दूसरे चरण का चुनाव
भरतपुर-सोनहट, मनेन्द्रगढ़, बैकुंठपुर, प्रेमनगर, भटगांव, प्रतापपुर, रामानुजगंज, सामरी, लुंड्रा, अम्बिकापुर, सीतापुर, जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव, लैलूंगा, रायगढ़, सारंगढ़, खरसिया, धर्मजयगढ़, रामपुर, कोरबा, कटघोरा, पाली-तानाखार, मरवाही, कोटा, लोरमी, मुंगेली, तखतपुर, बिल्हा, बिलासपुर, बेलतरा, मस्तूरी, अकलतरा, जांजगीर-चांपा, सक्ती, चंद्रपुर, जैजैपुर, पामगढ़। सराईपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, बिलाईगढ़, कसडोल, बलौदाबाजार, भाटापारा, धरसींवा, रायपुर ग्रामीण, रायपुर नगर पश्चिम, रायपुर नगर उत्तर, रायपुर नगर दक्षिण, आरंग, अभनपुर, राजिम, बिंद्रानवागढ़, सिहावा, कुरूद, धमतरी, संजारी बालोद, डौंडीलोहारा, गुंडरदेही, पाटन, दुर्ग ग्रामीण, दुर्ग शहर, भिलाई नगर, वैशाली नगर, अहिवारा, साजा, बेमेतरा और नवागढ़ विधानसभा क्षेत्रों में 17 नवंबर 2023 को मतदान होगा। दोनों चरणों की मतगणना तीन दिसंबर 2023 को होगी।