छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में हाईप्रोफाइल सीट रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा भी शामिल है। भाजपा का गढ़ माने जाने वाली इस सीट से कांग्रेस ने महंत राम सुंदर दास को टिकट दिया है, वह भाजपा दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री ब्रजमोहन अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। महंत रामसुंदर कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं, उन्हें कांग्रेस सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। बृजमोहन अग्रवाल 35 सालों से दक्षिण के विधायक हैं। रायपुर शहर की विधानसभा सीट दक्षिण से भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल हमेशा ही चुनाव जीतते आये हैं। दोनों के बीच रिश्ता मधुर है, यह बात किसी से छुपी नहीं। मगर सियासी रण में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ना दक्षिण विधानसभा की सीट के सियासी हालातों को दिलचस्प बना रहा है। गुरु के सामने पूर्व मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं।महंत रामसुंदर दास रायपुर शहर के सबसे पुराने दुधाधारी मठ के प्रमुख हैं। 2003 में महंत राम सुंदर दास ने पामगढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। इसके बाद वह 2008 विधानसभा चुनाव में जैजेपुर से चुनाव लड़कर जीत गए थे। 2013 के चुनाव में उनको जैजेपुर में हार का सामना करना पड़ा था।
रायपुर दक्षिण से गुरु के खिलाफ लड़ेंगे पूर्व मंत्री, दिलचस्प होगा मुकाबला
Thursday, October 19, 2023
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छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी दूसरी लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में हाईप्रोफाइल सीट रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा भी शामिल है। भाजपा का गढ़ माने जाने वाली इस सीट से कांग्रेस ने महंत राम सुंदर दास को टिकट दिया है, वह भाजपा दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री ब्रजमोहन अग्रवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। महंत रामसुंदर कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं, उन्हें कांग्रेस सरकार ने उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। बृजमोहन अग्रवाल 35 सालों से दक्षिण के विधायक हैं। रायपुर शहर की विधानसभा सीट दक्षिण से भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल हमेशा ही चुनाव जीतते आये हैं। दोनों के बीच रिश्ता मधुर है, यह बात किसी से छुपी नहीं। मगर सियासी रण में एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ना दक्षिण विधानसभा की सीट के सियासी हालातों को दिलचस्प बना रहा है। गुरु के सामने पूर्व मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं।महंत रामसुंदर दास रायपुर शहर के सबसे पुराने दुधाधारी मठ के प्रमुख हैं। 2003 में महंत राम सुंदर दास ने पामगढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी। इसके बाद वह 2008 विधानसभा चुनाव में जैजेपुर से चुनाव लड़कर जीत गए थे। 2013 के चुनाव में उनको जैजेपुर में हार का सामना करना पड़ा था।
महंत रामसुंदर का सियासी सफर
रायपुर के सबसे प्रचीन दुधाधारी मठ के प्रमुख महंत रामसुंदर दास इस वक्त छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष हैं। साल 2001-2003 में सरकार के संस्कृत बोर्ड के पहले अध्यक्ष रहे। सदस्य रहे छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के। साल 2003 में पहली बार जैजैपुर से विधायक बने, दूसरी बार 2008 में भी विधायक बने।
बृजमोहन के सफर पर एक नजर
बृजमोहन अग्रवाल साल 1990 में पहली बार विधायक बने। उस वक्त के दिग्गज विद्याचरण शुक्ल को हरा चुके हैं। तब से आज तक बृजमोहन विधायक का चुनाव जीतते रहे हैं। प्रदेश सरकार में गृह, शिक्षा, संस्कृति, कृषि जैसे विभागों के मंत्री रह चुके हैं।
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