आज आएगी कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, बदलेंगे कई चेहरे
CM भूपेश बघेल का दावा, हारेंगे रमन सिंह, कांग्रेस की झोली में जाएगी राजनांदगांव सीट
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की पहली सूची चौकाने वाली हो सकती है। सूची में कई चेहरे बदले जा सकते हैं, वहीं बेहतर काम करने वाले नए प्रत्याशियों को पार्टी मौका देने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस की पहली सूची नवरात्रि के पहले दिन रविवार को जारी होगी। पहली सूची में 40 से अधिक नाम जारी हो सकते हैं, जिसमें पहले चरण के मतदान के लिए 20 सीट पर प्रत्याशियों की घोषणा प्रमुख रहेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि प्रत्याशियों नाम लगभग तय हो चुके हैं। ज्ञात हो कि विधानसभा चुनाव दो चरणों में सात और 17 नवंबर को होंगे।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस की पहली सूची चौंकाने वाली हो सकती है। सूची में कई चेहरे बदले जा सकते हैं, वहीं बेहतर काम करने वाले नए प्रत्याशियों को पार्टी मौका देने जा रही है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक पिछले विधानसभा चुनाव में जिन 19 सीटों पर कांग्रेस को हार सामना करना पड़ा था, वहां पर प्रत्याशी चौंकाने वाले होंगे।इंटरनेट पर कांग्रेस की संभावित सीटों पर प्रत्याशियों की सूची प्रसारित हो रही है। इस सूची पर कांग्रेस ने किसी प्रकार का बयान नहीं दिया है, लेकिन यह साफ कर दिया है कि पहली सूची नवरात्रि के पहले दिन रविवार को आएगी। कांग्रेस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में 75 से अधिक सीटों का लक्ष्य रखा है।
राजनांदगांव दौरे पर आए सीएम बघेल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ''पिछली बार राजनांदगांव में बीजेपी ने केवल एक सीट जीती थी. इस बार भी राजनांदगांव में कांग्रेस कार्यकर्ता तैयारी में जुटे हुए हैं. इस बार चारों सीटें कांग्रेस की झोली में जाएंगी. बीजेपी एक सीट भी नहीं जीत पाएगी.'' बता दें कि राजनांदगांव में चार सीटें डोंगरगढ़, डोंगरगांव, खुज्जी और राजनांदगांव हैं. राजनांदगांव पूर्व सीएम और बीजेपी नेता रमन सिंह का क्षेत्र है. 2018 के चुनाव राजनंदगांव की तीन सीट पर कांग्रेस और एक पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. छत्तीसगढ़ में दो चरण में चुनाव होने हैं। जिसमें प्रथम चरण में राजनांदगांव में 7 नवंबर को चुनाव होगा। क्योंकि राजनांदगांव सीट से पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह चुनाव लड़ते हैं,इसलिए इस सीट पर राजनीतिक सरगर्मी उफान पर है।
15 से ज्यादा विधायकों का टिकट खतरे में - सूची पर चर्चा के लिए दिल्ली में केंद्रीय चुनाव समिति की मैराथन बैठक हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी इस बार 15 से 20 विधायकों का टिकट काट सकती है। इसकी प्रमुख वजह कमजोर जनाधार है। जिन सीटों पर कांग्रेस को बीते वर्ष हार का सामना करना पड़ा था, वहां भी प्रत्याशी बदले जाएंगे।