स्पेन के विश्व प्रसिद्ध टोमैटिना फेस्टिवल की तर्ज पर मनाया जाएगा रायपुर में "टमाटर वाली होली"
फागुन का महीना शुरू होते ही होली की मस्ती की रंग सब पर चढ़ने लगता है. सब इसके रंग में सराबोर होने लगते हैं. रंग-गुलाल के इस खूबसूरत त्योहार का जश्न सिर्फ कुछ घंटों या एक दिन तक सीमित नहीं रहता बल्कि फागुन के साथ ही रंगों के इस जश्न का रंग बरसने लगता है.
दुनिया के कई इलाकों में भी ऐसे ही त्योहार मनाए जाते हैं जिनकी सूरत काफी हद तक हमारी होली से जुड़ी हुई लगती है. ऐसे त्योहारों में थाईलैंड में मनाया जाने वाला 'सॉन्गकरण', स्पेन का 'ला टॉमाटीना', साउथ कोरिया का 'बोरयॉन्ग मड फेस्टिवल' जैसे कई उत्सव हैं जो हमारी होली जैसा ही कुछ जश्न मनाते हैं.
देशभर में रंगो का त्यौहार यानि होली का पर्व आगामी 7 और 8 मार्च को मनाया जायेगा, लेकिन छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में होली से पहले ही लाल टमाटर से होली खेली जाएगी। दरअसल 5 मार्च को रायपुर में 10 हजार किलो टमाटर से होली खेली जाने वाली है। एक संगठन में इस दिन टोमैटो फेस्टिवल का आयोजन किया है।
स्पेन की टमाटरों की होली यानी 'ला टॉमाटीना'- फिल्म 'जिंदगी न मिलेगी दोबारा' में आपने स्पेन के इस प्रचलित उत्सव के बारे में एक झलक देखी है. 'ला टॉमाटीना' स्पेन का काफी प्रचलित त्योहार है जो हमारी होली की तरह ही है लेकिन यहां आप रंगों का नहीं बल्कि टमाटरों के इस्तेमाल से एक दूसरे को रंगते हैं. टॉमाटीना हर साल अगस्त महीने के आखिरी बुधवार को स्पेन के बानॉल शहर में मनाया जाता है. इस उत्सव में इस्तेमाल होने वाले टमाटर असल में ज्यादा पके हुए होते हैं जिनके भरे हुए ट्रक इस शहर में आते हैं और लोग उससे यह त्योहार मनाते हैं.
रायपुर में आयोजित होने वाले टोमैटो फेस्टिवल में रैन डांस, डीजे, ढोल और फ़ूड जोन से जुड़ी गतिविधियां की जाएंगी। दरअसल यह उत्सव साल स्पेन के विश्व प्रसिद्ध टोमैटिना फेस्टिवल की तर्ज मनाया जा रहा है। रायपुर के वीआईपी रोड स्थित विसलिंग वुड गार्डन में यह खास आयोजन किया जायेगा,जिसे टोमेटो फेस्टिवल और प्री होली सेलिब्रेशन का नाम दिया गया है. वही आसपास के किसानों से टमाटर खरीदकर इस उत्सव में इस्तेमाल किया जायेगा। आयोजकों ने बताया कि किसानों को मिलने वाले लाभ को देखते हुए आम लोगों ने भी इस आयोजन में आर्थिक सहयोग किया है।
आयोजन को वृहद रूप देने के लिए 10 हजार किलो टमाटर प्रदेश के किसानों से ही खरीदे जा रहे हैं। पैदावार अधिक होने की वजह से किसान कम कीमत में टमाटर बेचने को मजबूर हो रहे हैं। फेस्टिवल की वजह से किसानों को फसल को अच्छी कीमत पर बेचकर फायदा मिल रहा है।
थाइलैंड का सॉन्गकरण उत्सव- हमारे देश के नजदीक ही थाइलैंड में मनाया जाने वाला त्योहार 'सॉन्गकरण' एक तरह से होली का ही दूसरा रूप है, लेकिन थाइलैंड की इस होली में रंग नहीं होता. दरअसल यह होली सिर्फ पानी के बौछारों से खेली जाती है. दरअसल यहां लोग पानी से एक-दूसरे के साथ लड़ाई करते हैं और इसे इंजॉय करते हैं.
दक्षिण कोरिया का 'बोरयॉन्ग मड फेस्टिवल'- भारत के कई इलाकों में होली सिर्फ रंग से नहीं खेली जाती, बल्कि ग्रामीण इलाकों में इसके लिए कीचड़ या गोबर जैसी चीजों का भी इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन दक्षिण कोरिया के एक उत्सव में लोग कीचड़ से ही होली खेलते हैं और इसका नाम है 'बोरयॉन्ग मड फेस्टिवल'. इस दौरान लोग बोरयॉन्ग कीचड़ लोग एक दूसरे पर फेंकते हैं और इसका आनंद लेते हैं जो काफी उपयोगी होती है. इस दौरान लोग कीचड़ में कुश्ति करते हैं, कीचड़ में फिसलते हैं और कीचड़ के भरे विशाल टब में तैरते भी हैं.