छत्तीसगढ़ के स्कूलों के समय में हुआ बदलाव, भीषण गर्मी की वजह से लिया गया फैसला
भारत में बेशक मानसून ने दस्तक दे दी है, लेकिन देश में अब भी कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां लोगों को भीषण गर्मी झेलनी पड़ रही है। इनमें एक नाम छत्तीसगढ़ का भी है, जहां ज्यादा गर्मी की वजह से सरकार ने स्कूलों के समय में बदलाव करते हुए छोटे बच्चों को बड़ी राहत दी है। छत्तीसगढ़ में इन दिनों बारिश नहीं होने की वजह से राजधानी रायपुर सहित सभी जगह पर तेज गर्मी पड़ रही है. गर्मी के कारण छात्रों की सेहत को ध्यान में रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने सरकारी और निजी स्कूलों के समय में बदलाव किया है. छत्तीसगढ़ में बढ़ते तापमान को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है. 17 जून से लेकर 21 जून तक स्कूल सुबह 7 बजे से 11 बजे तक लगेंगे. 23 जून से स्कूलों की टाइमिंग, सामान्य दिनों की तरह होगी.
इससे पूर्व सीएम विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट कर लिखा कि प्यारे बच्चों, आज से स्कूल की घंटी फिर से गूंजने लगी है। नई किताबों की खुशबू, नई कक्षा का उत्साह और नए सपनों के साथ फिर से एक नई शुरुआत हो रही है। आज का यह दिन हम सबके लिए विशेष है। मैं आप सभी से कहना चाहता हूँ कि खूब मन लगाकर पढ़िये, जिज्ञासा के साथ प्रश्न पूछिए, उत्तर खोजिए और आगे बढ़िए। सीएम ने नए शिक्षा सत्र के शुरु होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि बच्चे अपनी पढ़ाई कि चिंता करें बाकी सबकुछ हमपर छोड़ दें. युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूरी हुई है.
सरकार ने कुछ दिन पहले ही राज्य के कुल 453 शिक्षक विहीन स्कूलों में से 447 स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती कर दी है। शिक्षक विहीन स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना से एक नई उम्मीद जगी है। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत शिक्षक विहीन 357 प्राथमिक स्कूल और 30 माध्यमिक स्कूल में नियमित शिक्षकों की पदस्थापना कर दी गई। सुकमा जिले के चार और बीजापुर जिले के दो हाई स्कूलों को छोड़ भी दें, तो राज्य में प्राथमिक स्कूल से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूल तक अब शिक्षक विहीन नहीं हैं।