छत्तीसगढ़
बस्तर जिले के हजारों परिवारों के लिए एक खुशखबरी है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिले में छः हजार और गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन का लाभ मिलने जा रहा है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह नई पहल बस्तर में उज्ज्वला योजना की सफलता को आगे बढ़ाएगी, क्योंकि वर्तमान में जिले के लगभग एक लाख 32 हजार परिवारों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। छः हजार नए कनेक्शन वितरित होने के बाद जिले में उज्ज्वला लाभार्थियों की कुल संख्या बढ़कर लगभग एक लाख 38 हजार हो जाएगी। पारंपरिक चूल्हों से निकलने वाले धुएं से महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों को कम करने के उद्देश्य से शुरू की गई यह योजना बस्तर के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही इन छः हजार परिवारों को भी गैस कनेक्शन प्रदान करने पहल किया जा रहा है। जिससे उन्हें धुआं मुक्त रसोई और आसानी से ईंधन उपलब्ध हो सके। बस्तर के लोग इस विस्तार से उत्साहित हैं, क्योंकि यह कदम न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि महिलाओं को लकड़ी इकट्ठा करने के श्रम से भी मुक्ति दिलाएगा।
बस्तर में छः हजार और परिवारों को मिलेगी उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त एलपीजी कनेक्शन
Tuesday, November 18, 2025
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बस्तर जिले के हजारों परिवारों के लिए एक खुशखबरी है। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत जिले में छः हजार और गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन का लाभ मिलने जा रहा है। खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह नई पहल बस्तर में उज्ज्वला योजना की सफलता को आगे बढ़ाएगी, क्योंकि वर्तमान में जिले के लगभग एक लाख 32 हजार परिवारों को इस योजना का लाभ मिल चुका है। छः हजार नए कनेक्शन वितरित होने के बाद जिले में उज्ज्वला लाभार्थियों की कुल संख्या बढ़कर लगभग एक लाख 38 हजार हो जाएगी। पारंपरिक चूल्हों से निकलने वाले धुएं से महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभावों को कम करने के उद्देश्य से शुरू की गई यह योजना बस्तर के ग्रामीण और दुर्गम क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। जिला प्रशासन द्वारा जल्द ही इन छः हजार परिवारों को भी गैस कनेक्शन प्रदान करने पहल किया जा रहा है। जिससे उन्हें धुआं मुक्त रसोई और आसानी से ईंधन उपलब्ध हो सके। बस्तर के लोग इस विस्तार से उत्साहित हैं, क्योंकि यह कदम न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर है, बल्कि महिलाओं को लकड़ी इकट्ठा करने के श्रम से भी मुक्ति दिलाएगा।
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