आयुर्वेद में पत्थरचट्टा के पत्तों को 'जादुई दवा' भी माना गया है कई बीमारियों के लिए रामबाण
पत्थरचट्टा भारत में व्यापक रूप से उगाया जाने वाला आयुर्वेदिक पौधा है एक अनमोल औषधीय पौधा “पत्थर चट्टा” आज भी आयुर्वेदिक उपचारों में प्रयोग किया जाता है. गांव-गांव में प्राचीन काल से ही इसका इस्तेमाल हो रहा है पत्थरचट्टा का पौधा कई बीमारियों के लिए रामबाण है. यह पौधा अब लोगों को आधुनिक चिकित्सा विकल्पों से आयुर्वेदिक इलाज की ओर आकर्षित कर रहा है. खासकर किडनी स्टोन, पेशाब की समस्याएं और शरीर में सूजन जैसी तकलीफों को कम करने में मददगार है.यह पौधा मोटे और रसीले पत्तों वाला होता है. जो बिना ज्यादा देखभाल के भी पहाड़ी क्षेत्रों में प्राकृतिक रूप से उग जाता है. इसकी खासियत यह है कि इसके पत्तों पर छोटे-छोटे नए पौधे उगते हैं. जिससे इसे जीवन्त पौधों की श्रेणी में भी रखा जाता है.इसका उपयोग खासतौर पर सुबह खाली पेट किया जाता है. इसकी 2-3 ताजा पत्तियों को चबाने या काढ़ा बनाकर पीने से मूत्र मार्ग की सफाई होती है और पथरी छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटकर बाहर निकलने लगती है. कई ग्रामीणों ने इसे आजमाकर राहत मिलने की पुष्टि की है पत्थरचट्टा एक चमत्कारिक पौधा हैं। इसका उपयोग कई तरह की दवाइयाँ बनाने के लिए किया जाता हैं। आयुर्वेद में इसे भष्मपथरी, पाषाणभेद और पणपुट्टी के नाम से जाना जाता हैं। इसके अलावा मेडिकल साइंस में इसे ब्रायोफिलम पिनाटम भी कहते हैं। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण हैं कि पत्थरचट्टा के पौधे का उपयोग करने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से सलाह जरूर लें।
🔹️पत्थरचट्टा का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों में किया जाता हैं।
1. गुर्दे की पथरी को खत्म करता हैं:-
पत्थरचट्टा गुर्दे की पथरी को घोलने में मदद कर सकता हैं, खासकर कैल्शियम ऑक्सालेट से बनी पथरी को। इसमें सैपोनिन होते हैं, जो शरीर से पथरी को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
2. पाचन तंत्र को मजबूत करता हैं:-
पत्थरचट्टा के पौधे में विटामिन और खनिज होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं। पत्थरचट्टा एसिडिटी और सीने में जलन जैसी पाचन समस्याओं में भी मदद करता हैं।
3. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता हैं:-
पत्थरचट्टा के पौधे में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को स्वस्थ बनाते हैं।
4. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद:-
पत्थरचट्टा के पौधे में विटामिन और खनिज होते हैं जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करते है और बालों को भी मजबूत और स्वस्थ बनाते हैं।
5. मधुमेह को नियंत्रित करता हैं:-
पत्थरचट्टा के पौधे में मधुमेह रोधी गुण होते हैं जो मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह पौधा रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने और मधुमेह के लक्षणों को कम करने में मदद करता हैं।
6. लीवर को स्वस्थ बनाता हैं:-
पत्थरचट्टा लीवर को साफ और उसके कार्य को बेहतर बनाने में मदद करता हैं।
7. घाव भरने में मदद करता हैं:-
पत्थरचट्टा के पत्तों का लेप घाव और चोटों पर लगाने से जल्दी ठीक होते हैं।
8. वजन प्रबंधन में सहायता करता हैं:-
पत्थरचट्टा के रस में कैलोरी कम होती हैं और यह वजन घटाने या उसे बनाये रखने में मदद करता हैं।
9. श्वसन सबंधित समस्याओं के लिए:-
पत्थरचट्टा खांसी और अस्थमा जैसी श्वसन संबधित समस्याओं में मदद कर सकता हैं।
10. मौखिक स्वास्थ्य में सुधार करता हैं:-
पत्थरचट्टा दांत दर्द और मसूड़ों की सूजन और उपचार में मदद कर सकता हैं।
