60वें DGP-IG कॉन्फ्रेंस की आज होगी शुरूआत, PM Modi का छत्तीसगढ़ आगमन आज
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर आज से तीन दिनों तक हाईअलर्ट पर रहेगी. शनिवार से 30 नवंबर तक नवा रायपुर में 60वां DGP – IG सम्मेलन होने वाला है. यह सम्मेलन देशभर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और सुरक्षा प्रशासकों को राष्ट्रीय सुरक्षा के विविध मुद्दों पर खुले और सार्थक विचार-विमर्श के लिए एक महत्वपूर्ण संवादात्मक मंच प्रदान करता है. इस सम्मेलन का आज पहला दिन है. सुबह एयरपोर्ट पर सीनियर अधिकारियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है. होम सेक्रेटरी गोविंद मोहन रायपुर पहुंचे हैं. बीती रात गृहमंत्री अमित शाह रायपुर पहुंचे. मुख्यमंत्री समेत कई नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. वहीं आज रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रायपुर पहुचेंगे. नवा निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, वह लगभग शाम 7:30 बजे रायपुर एयरपोर्ट पहुचेंगे. एयरपोर्ट से सीधा नया रायपुर M-01 बंगला जाएंगे. यहां रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन यानी 29 नवंबर कोडीजीपी-आईजी कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे. प्रधानमंत्री 29 और 30 नवंबर को सम्मेलन में शामिल होंगे. 30 नवंबर की शाम वह वापस दिल्ली लौट जाएंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29-30 नवंबर को भारतीय प्रबंधन संस्थान, रायपुर, छत्तीसगढ़ में पुलिस महानिदेशकों/महानिरीक्षकों के अखिल भारतीय सम्मेलन के 60वें संस्करण में भाग लेंगे. इस सम्मेलन का उद्देश्य अब तक प्रमुख पुलिस चुनौतियों से निपटने में हुई प्रगति की समीक्षा करना और ‘विकसित भारत’ के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप ‘सुरक्षित भारत’ के निर्माण के लिए एक दूरदर्शी रोडमैप की रूपरेखा तैयार करना है.
विकसित भारत: सुरक्षा आयाम थीम पर सम्मेलन आयोजित होगा. केंद्रीय HM अमित शाह सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे. आंतरिक सुरक्षा, LWE, महिला सुरक्षा, पुलिस व्यवस्था के विषयों पर मंथन किया जाएगा. इसका उद्देश्य अब तक प्रमुख पुलिस चुनौतियों से निपटने में हुई प्रगति की समीक्षा करना और ‘विकसित भारत’ के राष्ट्रीय दृष्टिकोण के अनुरूप ‘सुरक्षित भारत’ के निर्माण के लिए एक दूरदर्शी रोडमैप की रूपरेखा तैयार करना है. देशभर के अफसर भी पहुंचे कॉन्फ्रेंस में प्रजेंटेशन देंगे.
ADG और IG को सुरक्षा की जिम्मेदारी
DGP-IG कॉन्फ्रेंस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था सहित अन्य की जिम्मेदारी एडीजी दीपांशु काबरा, आईजी अमरेश मिश्रा को सौंपी गई है. वहीं राज्य पुलिस के साथ ही केंद्रीय फोर्स, इंटेलिजेंस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ कॉर्डिनेशन करेंगे. साथ ही पूरी व्यवस्था को संभालेंगे.
यह पुलिस बलों के सामने आने वाली परिचालन, अवसंरचनात्मक और कल्याण संबंधी चुनौतियों पर चर्चा के साथ-साथ अपराध से निपटने, कानून-व्यवस्था बनाए रखने और आंतरिक सुरक्षा खतरों से निपटने के लिए पेशेवर प्रथाओं के निर्माण और साझाकरण को भी सुगम बनाता है.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस वार्षिक सम्मेलन में निरंतर गहरी रुचि दिखाई है और स्पष्ट चर्चाओं को प्रोत्साहित किया है. उन्होंने एक ऐसा माहौल तैयार किया है, जहां पुलिस व्यवस्था पर नए विचार उभर सकें. व्यावसायिक सत्र, विस्तृत बातचीत और विषयगत चर्चाएं प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण आंतरिक सुरक्षा और नीतिगत मामलों पर सीधे प्रधानमंत्री के साथ अपने विचार साझा करने का अवसर प्रदान करती हैं.
