छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ में लंबे समय से अटकी प्रचार्य पदोन्नति फिर से शुरू हो गई है. हाईकोर्ट से अनुमति मिलने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने ई-संवर्ग के 1284 अधिकारियों को उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में प्राचार्य पर पर पदस्थापना के आदेश जारी कर दिए हैं. लंबे इंतजार के बाद आखिरकार माध्यमिक विद्यालयों के व्याख्याताओं और प्रधान पाठकों को प्राचार्य पद पर पदस्थापना का रास्ता साफ हो गया है। विदित हो कि 30 अप्रैल को विभाग द्वारा ई-संवर्ग में 1,478 व्याख्याता एवं प्रधान पाठकों की प्राचार्य पद पर पदोन्नति की घोषणा की गई थी, लेकिन न्यायालयीन अवरोध के चलते आदेश लागू नहीं हो पा रहे थे। प्रदेशभर में पदोन्नत व्याख्याताओं एवं प्रधान पाठकों में हर्ष का माहौल है। वर्षों से लंबित पदोन्नति आदेश मिलने से शिक्षा विभाग में स्थिरता आने और स्कूल प्रबंधन में सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
छत्तीसगढ़ में 1284 लेक्चरर और प्रधान पाठक बने प्रिंसिपल, जारी हुआ आदेश
Saturday, November 29, 2025
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छत्तीसगढ़ में लंबे समय से अटकी प्रचार्य पदोन्नति फिर से शुरू हो गई है. हाईकोर्ट से अनुमति मिलने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने ई-संवर्ग के 1284 अधिकारियों को उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में प्राचार्य पर पर पदस्थापना के आदेश जारी कर दिए हैं. लंबे इंतजार के बाद आखिरकार माध्यमिक विद्यालयों के व्याख्याताओं और प्रधान पाठकों को प्राचार्य पद पर पदस्थापना का रास्ता साफ हो गया है। विदित हो कि 30 अप्रैल को विभाग द्वारा ई-संवर्ग में 1,478 व्याख्याता एवं प्रधान पाठकों की प्राचार्य पद पर पदोन्नति की घोषणा की गई थी, लेकिन न्यायालयीन अवरोध के चलते आदेश लागू नहीं हो पा रहे थे। प्रदेशभर में पदोन्नत व्याख्याताओं एवं प्रधान पाठकों में हर्ष का माहौल है। वर्षों से लंबित पदोन्नति आदेश मिलने से शिक्षा विभाग में स्थिरता आने और स्कूल प्रबंधन में सुधार की उम्मीद बढ़ी है।
पांच नवंबर को हाईकोर्ट द्वारा शासन के पक्ष में फैसला आने के बाद विभाग ने राज्य स्तरीय ऑनलाइन काउंसलिंग 21 से 24 नवंबर तक कराई। काउंसलिंग पूर्ण होते ही अवर सचिव आरपी वर्मा ने पदस्थापना आदेश जारी कर दिए। पदोन्नत प्राचार्यों को सात दिवस के भीतर कार्यभार ग्रहण करना अनिवार्य किया गया है।
छत्तीसगढ़ फोरम ने बताया ऐतिहासिक कदम
छत्तीसगढ़ प्राचार्य पदोन्नति फोरम के पदाधिकारियों अनिल शुक्ला, राकेश शर्मा और आर के झा ने इस निर्णय को शिक्षा विभाग का ऐतिहासिक कदम बताया. फोरम का कहना है कि पिछले 10 वर्षों से लंबित चल रही प्राचार्य पदोन्नति प्रक्रिया पूरी होने से शिक्षक समुदाय में उत्साह है.
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