छत्तीसगढ़
नारायणपुर जिले में 37 लाख 50 हजार रुपए के इनामी कुल 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इन आत्मसमर्पित नक्सलियों के ऊपर 50 हजार रुपए से लेकर 8 लाख रुपए तक के इनाम घोषित थे.37 लाख से ज्यादा के इनामी नक्सलियों का सरेंडर किया: सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कुल 37 लाख रुपये से ज्यादा के इनामी नक्सली है. कुल 14 पुरुष माओवादियों और 8 महिला माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसमें सबसे प्रमुख कुतुल एरिया कमेटी का सचिव और उसकी पत्नी है. 8 लाख रुपये का इनामी कुतुल एरिया कमेटी सचिव सुखलाल कुंजाम और उसकी पत्नी हिड़मे कुंजाम ने हथियार डालकर लाल आतंक से तौबा किया है. उनके बारे में नारायणपुर एसपी रॉबिनसन गुड़िया ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इनमें से अधिकांश नक्सली कुतुल एरिया कमेटी के तहत कार्य करते थे. वे अबूझमाड़ में सबसे ज्यादा सक्रिय थे. वह कुतुल एरिया कमेटी सचिव (DVCM) था. वह बीते पिछले 14 वर्षों से सक्रिय रहा है. इरकभट्टी कैंप पर ग्रेनेड हमला सहित कई घटनाओं में सुखलाल कुंजाम शामिल रहा है.
मुख्यमंत्री साय ने कहा - लोग अब बंदूक नहीं, विकास की राह पर साथ चलना चाहते हैं…
Friday, July 11, 2025
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नारायणपुर जिले में 37 लाख 50 हजार रुपए के इनामी कुल 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इन आत्मसमर्पित नक्सलियों के ऊपर 50 हजार रुपए से लेकर 8 लाख रुपए तक के इनाम घोषित थे.37 लाख से ज्यादा के इनामी नक्सलियों का सरेंडर किया: सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कुल 37 लाख रुपये से ज्यादा के इनामी नक्सली है. कुल 14 पुरुष माओवादियों और 8 महिला माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसमें सबसे प्रमुख कुतुल एरिया कमेटी का सचिव और उसकी पत्नी है. 8 लाख रुपये का इनामी कुतुल एरिया कमेटी सचिव सुखलाल कुंजाम और उसकी पत्नी हिड़मे कुंजाम ने हथियार डालकर लाल आतंक से तौबा किया है. उनके बारे में नारायणपुर एसपी रॉबिनसन गुड़िया ने जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इनमें से अधिकांश नक्सली कुतुल एरिया कमेटी के तहत कार्य करते थे. वे अबूझमाड़ में सबसे ज्यादा सक्रिय थे. वह कुतुल एरिया कमेटी सचिव (DVCM) था. वह बीते पिछले 14 वर्षों से सक्रिय रहा है. इरकभट्टी कैंप पर ग्रेनेड हमला सहित कई घटनाओं में सुखलाल कुंजाम शामिल रहा है.
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि “लोग अब बंदूक नहीं, विकास की राह पर साथ चलना चाहते हैं.” हमारी सरकार में अब तक कुल 1476 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह हमारी सरकार की नवीन आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025 तथा जनकल्याणकारी योजनाओं की सकारात्मकता का प्रमाण है. ‘नियद नेल्लानार’ जैसी योजनाओं ने विश्वास जगाया है, लोग हिंसा छोड़कर विकास की मुख्यधारा में लौट रहे हैं. इन आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनरुत्थान हेतु हम पूर्णतः संकल्पित हैं. डबल इंजन की सरकार 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है.”
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