अमित शाह ने नक्सिलयों को दी चेतावनी- हथियार डाल दो, नहीं तो बारिश में भी सोने नहीं देंगे
छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए साल 2026 का लक्ष्य रखा गया है. इसके तहत सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई जारी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार से दो दिन के दौरे पर छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं. उन्होंने पहले दिन नवा रायपुर में NFSU परिसर और केंद्रीय न्यायालयिक प्रयोगशाला की आधारशिला रखी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रविवार को दो दिवसीय दौरे पर रायपुर पहुंचे। छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर अटल नगर में उन्होंने नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी (NFSU) कैंपस और हाईटेक फोरेंसिक लैब का शिलान्यास किया। हाईटेक फोरेंसिक लैब से सबूतों की जांच के लिए साइंटिफिक प्रोफेशनल तैयार किए जाएंगे। इसके कानूनी जांच में तेजी आएगी। यहां टेक्निकल इन्वेस्टिगेशन के नए एक्सपर्ट तैयार होंगे। इस दौरान उन्होंने एक जन समारोह को संबोधित करते हुए नक्सिलयों को खुले में चुनौती दी है.
अमित शाह ने नक्सलियों को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा, 'हथियार छोड़े नहीं तो बारिश में भी सोने नहीं देंगे. मैंने यहीं कहा था कि 31 मार्च 2026 तक देश नक्सलवाद से मुक्त होगा. मैं अब फिर कहकर जाता हूं. हर बार बारिश में आराम करते थे, इस बार बारिश में सोने नहीं देंगे. नक्सलवाद में भटके युवाओं से अपील है कि आइए हथियार डालिए और सरकार के विकास यात्रा के साथ जुड़ जाइए.'
गृह मंत्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को आधुनिक बनाने के लिए तीन नई शुरुआत की गई है. फोरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय और फोरेंसिक साइंस की नींव रखी गई और स्थाई परिसर की शुरुवात हुई है. यह व्यवस्था क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को आधार देंगे. साथ ही आई हब भी शुरू हुआ है. इससे कई सारी इंडस्ट्री के छत्तीसगढ़ में आने की संभावना बढ़ गई है.
हाई लेवल मीटिंग करेंगे
राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान अमित शाह आज शाम छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य के वरिष्ठ प्रशासनिक और सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे, जिसमें राज्य के वर्तमान सुरक्षा हालात और नक्सल उन्मूलन अभियानों की गहन समीक्षा की जाएगी। दौरे के दूसरे दिन 23 जून को नारायणपुर जिले में जाएंगे, जहां वह जवानों से संवाद करेंगे और नक्सल प्रभावित ग्रामीणों से मुलाकात कर क्षेत्र में किए जा रहे विकास कार्यों की जमीनी समीक्षा करेंगे।
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